तंपा बे : चर्चित अदाकारा शबाना आजमी का मानना है कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा बर्दाश्त नहीं की जानी चाहिए. इंटरनेशनल इंडियन फिल्म एकेडमी अवार्डस (आईफा) समारोह के ‘गर्ल राइजिंग प्रोजेक्ट’ शीर्षक वाले सत्र में 63 वर्षीय अदाकारा ने हिस्सा लिया. वह बालिकाओं की मदद की दिशा में एनजीओ मिजवान से जुडी हैं.
शबाना ने कहा, ‘‘मुझे दुख होता है (तथ्य के बारे में जानकर) कि शादी में हिंसक स्थिति के बारे में जानकर भी महिलाओं से गुजर करने को कहा जाता है. शादी बरकरार रखने पर दबाव होता है. मुझे लगता है कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा बर्दाश्त नहीं की जानी चाहिए.’’
बहरहाल, अदाकारा यह देखकर खुश हैं कि महिलाओं की राजनीति, कॉरपोरेट और अन्य सभी क्षेत्रों में मौजूदगी है. उन्होंने कहा, ‘‘हर जगह महिलाओं की मौजूदगी के बावजूद यह दुखद है कि भारत में कन्याभ्रूण हत्या न केवल ग्रामीण इलाके में बल्कि दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में भी होती है.’’