नयी दिल्ली : लोकसभा चुनावों की हलचल के बीच राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में महानायक अमिताभ बच्चन के साथ उनकी नवीनतम फिल्म भूतनाथ रिटर्न्स देखते हुए आरामदायक शाम बिताई. बच्चन (71) ने इस फिल्म में भूत से नेता बने चरित्र की भूमिका निभाई है जो कि देश को भ्रष्टाचार और अन्य बुराइयों से छुटकारा दिलाने के लिए चुनावी मैदान में प्रवेश करता है. 11 अप्रैल को रिलीज हुई यह फिल्म दर्शकों को मतदान का महत्व समझाते हुए मजबूत संदेश देती है.
बच्चन ने कहा कि यह उनके और उस समूह के लिए एक दुर्लभ सम्मान था, जिनके साथ राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन में फिल्म देखने की सहमति जताई. पिछली रात फिल्म के प्रदर्शन पर उन्होंने कहा, हमें यह उम्मीद नहीं थी कि राष्ट्रपति अपने व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद यहां फिल्म को देखने के लिए राजी होंगे. लेकिन यह वर्तमान के माहौल को देखते हुए उपयुक्त है और वर्तमान में सामयिक और प्रासंगिक भी है. उन्होंने कहा कि यह फिल्म एक बुजुर्ग की कहानी है, जो मरने के बाद भूत के राज्य में जाता हैं. एक भूत के रुप में बच्चे को डराने में असफल होने के कारण वहां उसकी हंसी उडाई जाती है.
इस भूत को जब अन्य भूत परेशान करते हैं तो यह उनसे मुक्ति पाने का प्रयास करता है और डराने के लिए किसी बच्चे को ढूंढता है. उसकी दोस्ती झुग्गी बस्ती में रहने वाले एक 14 साल के बच्चे अखरोट यानी पार्थ भालेराव से होती है और वह उसकी देश के सबसे शक्तिशाली नेता से टक्कर लेने में मदद करता है.
अमिताभ ने हंसते हुए कहा, यह फिल्म दिखाती है कि कैसे भूत और एक बच्चे को देश की जडों में बस चुके भ्रष्ट्राचार जैसे मुद्दों का अहसास होता है और कैसे एक झुग्गी का बच्चा भूतनाथ को चुनाव लड़ने के लिए बाध्य करता है.