रांची : भारत के किसी भी पेट्रोल पंप पर ग्राहक पेट्रोल और डीजल भरवाने से पहले उसकी शुद्धता की जांच कर सकते हैं. शुद्धता की जांच के लिए ग्राहक मैनेजर या सेल्समैन से संपर्क कर सकते हैं. इसके साथ ही ग्राहक माप की भी जांच कर सकते हैं. यह उनका अधिकार है और सभी पेट्रोल पंपों पर जांचने के लिए पर्याप्त उपकरण मौजूद होते हैं.
आज एक वीडियो के माध्यम से हम आपको दिखा रहे हैं किस प्रकार पेट्रोल पंप पर पेट्रोल और डीजल की शुद्धता की जांच की जा सकती है और इसके साथ ही माप की भी जांच की विधि आपको बतायी जा रही है.
पेट्रोल की शुद्ध की जांच का सबसे आसान तरीका फिल्टर पेपर जांच है. सभी पेट्रोल पंपों पर आपको फिल्टर पेपर मिलेगा. एक फिल्टर पेपर लें, उसपर पेट्रोल की कुछ बुंदे डाले. कुछ ही सेकेण्ड में पूरा पेट्रोल हवा में उड़ जायेगा. उसके बाद फिल्टर पेपर पर एक भी दाग नहीं मिलेगा. वहीं अगर पेट्रोल में मिलावट होगी तो फिल्टर पेपर पर एक धब्बा रह जायेगा.
पेट्रोल की शुद्घता की जांच का दूसरा तरीका है डेंसिटी के माध्यम से. इसके लिए भी जरुरी उपकरण सभी पेट्रोल पंपों पर मोजूद रहते हैं. डेंसिटी का पैमाना 730 से 800 के बीच आने पर पेट्रोल को शुद्घ माना जा सकता है। डेंसिटी की जांच-पड़ताल के लिए थर्मामीटर और हाइड्रोमीटर की रीडिंग ली जाती है. डीजल की डेंसिटी 830 से 900 के बीच होगी तभी वह शुद्ध माना जायेगा. डीजल की जांच के लिए फिल्टर पेपर वाला फार्मूला नहीं अपनाया जा सकता है. इसे जांचने के लिए डेंसिटी पता लगाना होगा.
विशेषज्ञों के मुताबिक तापमान के उतार-चढ़ाव के कारण पेट्रोल और डीजल की डेंसिटी में परिवर्तन आ सकता है. एक डिग्री सेल्सियस तापमान बढ़ने पर एक लीटर पेट्रोल के आयतन में 1.2 मिलीलीटर का अंतर आता है. डीजल में यही अंतर 0.8 मिलीलीटर प्रति लीटर है.
रांची के गुमला पेट्रोल पंप पर ग्राहकों को बताया गया शुद्धता मापने का तरीका
रांची के बुटी मोड़ के नजदीक स्थित गुमला ट्रेडर्स पेट्रोल पंप पर ग्राहकों को जागरुकता शिविर के माध्यम से लोगों को पेट्रोल और डीजल की शुद्धता जांचने का तरीका बताया गया. साथ ही ग्राहकों को माप की जांच का तरीका भी बताया गया. पंप के प्रोपराइटर निपुण मृणाल ने बताया कि देश के सभी पेट्रोलपंपों पर इस प्रकार की जांच की सुविधा मौजूद है. उन्होंने कहा किसी भी प्रकार की शिकायत होने पर कार्यालय में मौजूद शिकायत पुस्तिका में शिकायत दर्ज की जा सकती है और मालिक या संबंधित अधिकारी से फोन पर भी शिकायत की जा सकती है. मालिक और अधिकारी का नंबर पंप पर मौजूद रहता है. इस अवसर पर इंडियन ऑयल के एरिया सेल्स ऑफिसर प्रतीक तालुकदार, निर्णय मृणाल, कौशल किशोर, विशाल प्रसाद आदि भी मौजूद थे.
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