नयी दिल्ली : वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आज कहा कि सोना आयात पर अंकुशों की मार्च के अंत तक समीक्षा की जायेगी.सीमा शुल्क दिवस पर यहां कर अधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, मुझे भरोसा है कि इस वित्त वर्ष के अंत तक हम सोना आयात पर लगी कुछ पाबंदियों पर फिर से विचार करने में समर्थ होंगे, लेकिन हम ऐसा तभी करेंगे जब हमें पक्का विश्वास हो जाय कि चालू खाते के घाटे पर हमारा नियंत्रण मजबूत हो चुका है.
सोने के बढ़ते आयात पर अंकुश लगाने के लिए सरकार द्वारा 2013 में सोने पर तीन बार सीमा शुल्क बढ़ाया गया. इस समय सोने पर आयात शुल्क 10 प्रतिशत है.इसके अलावा, रिजर्व बैंक ने भी सोने के आयात को निर्यात से संबद्ध कर दिया. इससे गत नवंबर में सोने का आयात घटकर 19.3 टन पर आ गया जो मई में 162 टन के स्तर पर पहुंच गया था.
वित्त सचिव सुमित बोस ने संवाददाताओं को बताया कि दिसंबर में सोने का आयात नवंबर के मुकाबले थोड़ा अधिक रहा.चिदंबरम ने कहा कि पिछले साल सोने के आयात पर पाबंदिया लगाये जाने के बाद से हर महीने करीब एक से तीन टन सोना तस्करी कर भारत लाया गया है.
उन्होंने कहा, मुझे पता है कि सोने की तस्करी बढ़ी है. लेकिन सोना आयात पर पाबंदियां जरुरी थीं क्योंकि इन पाबंदियों की वजह से ही सोने का आयात नीचे आया है जो अप्रैल और मई में 300 टन का स्तर पार कर गया था. चिदंबरम ने कहा, यदि हमने पाबंदियां नहीं लगायी होतीं, तो हम किसी भी तरह से चालू खाते के घाटे को संभाल नहीं सके होते. सोना आयात पर शुल्क कटौती की बढ़ती मांग के मद्देनजर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पिछले सप्ताह इस संबंध में वाणिज्य मंत्रालय को पत्र लिखा था.
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