मुंबई :टाटा ग्रुप ने बैंक खोलने की योजना रद्द कर दी है. उसने इसके लाइसेंस के लिए दिया गया ऐप्लिकेशन वापस ले लिया है.
शिंजिनी कुमार के मुताबिक आरबीआई का बड़े कॉरपोरेट हाउसों के सारे कारोबारों को रेगुलेट करने की मंशा नहीं है. लेकिन आरबीआई की ओर से की जाने वाली इंफॉर्मेशन की मांग काफी दिक्कत या चिंता बन सकती है.
शिंजिनी कुमार ने बताया कि आरबीआई की ओर से नए बैंकिंग लाइसेंस देने की कोई सीमा नहीं है. साथ ही कंपनियों/कॉरपोरेट हाउस के पास लाइसेंस मिलने के 18 महीने बाद तक भी दावेदारी वापस लेने का विकल्प होगा. एक अलग बयान में टाटा संस ने कहा कि मंगलवार को उसने नए बैंक लाइसेंस के लिए एक जुलाई 2013 का अपना आवेदन वापस लेने के लिए रिजर्व बैंक को लिखा था.
समूह ने कहा, ‘निजी क्षेत्र को नए बैंक लाइसेंस से संबंधित दिशा निर्देश के विस्तृत मूल्यांकन और उससे सबंधित स्पष्टीकरण के विश्लेषण से टाटा संस इस निष्कर्ष पर पहुंची कि समूह की वित्तीय सेवा संचालन मॉडल टाटा समूह की घरेलू और विदेशी रणनीति के लिए सर्वाधिक अनुकूल है और यह समूह की कंपनियों को समुचित संचालन लचीलापन प्रदान करता है, साथ ही समूह के व्यापक निवेशक आधार की हित रक्षा करता है.’
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