मुंबई : वित्त मंत्री मंत्री पी. चिदंबरम ने आज कहा कि अब अर्थव्यस्था में सुधार के संकेत दिख रहे हैं और उन्हें विश्वास है कि चालू वित्त वर्ष में5 से 5.5 प्रतिशत की वृद्धि हासिल कर ली जाएगी. संभवत: औद्योगिक उत्पादन एवं निर्यात के ताजा आंकड़ों से उत्साहित वित्त मंत्री ने भरोसा जताया कि अर्थव्यवस्था दूसरी छमाही में और गति पकड़ेगी.
चिदंबरम ने साथ ही जांच एजेंसियों को संदेश दिया कि उन्हें सभी वाणिज्यिक फैसलों को किसी विशेष मंशा या दुर्भावना से प्रेरित नहीं मानना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से कोई कारोबार नहीं चल पाएगा. उन्होंने बैंकों से कहा कि जान-बूझकर चूक करने वालों से सख्ती से निपटें लेकिन आर्थिक नरमी के असर से जूझ रही कंपनियों की मदद करें.
उन्होंने बैंकॉन 2013 में बैंकों और अर्थशास्त्रियों को संबोधित करते हुए कहा ‘‘जहां तक सरकार का सवाल है तो मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि सही तरीके से सही मंच के जरिए लिये गए उनके निर्णयों के लिए सरकार उनका पूरा बचाव करेगी.’’ चिदंबरम ने अर्थव्यवस्था की स्थिति में सुधार पर विश्वास जताते हुए मुद्रास्फीतिप्रबंधन को ‘सबसे कठिन चुनौती’ बताया. गौरतलब है कि औद्योगिक वृद्धि दर अगस्त के 0.43 प्रतिशत की तुलना में सितंबर में दो प्रतिशत रही तथा अक्तूबर में निर्यात वृद्धि 13.47 प्रतिशत रही.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.