न्यूयार्क : मुकेश अंबानी 21 अरब डालर की पूंजी के साथ लगातार छह वर्षो से देश के सबसे अमीर व्यक्ति बने हुए हैं. देश में 100 सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में मुकेश अंबानी पहले पायदान पर हैं और उनकी संपत्ति प्रति साल तीन फीसदी की हल्की रफ्तार से बढ़ रही है.
अमेरिकी कारोबारी पत्रिका फोर्ब्स की ओर से आज जारी सूची के अनुसार अप्रवासी भारतीय एवं प्रमुख इस्पात कारोबारी लक्ष्मी मित्तल 16 अरब डालर की पूंजी के साथ देश के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति के पद पर बरकरार हैं. जबकि सन फार्मा के दिलीप सिंघवी तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गये हैं. उनकी संपत्ति करीब 50 फीसदी की बढ़ोत्तरी के साथ 13.9 अरब डालर पर पहुंच गयी है. उन्होंने आईटी कंपनी विप्रो के प्रमुख अजीम प्रेमजी को चौथे स्थान पर धकेल दिया है. पे्रमजी की कुल संपत्ति 13.8 अरब डालर रही.
अमेरिकी पत्रिका फोर्ब्स की ओर से आज जारी देश के 100 सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में शामिल हस्तियों की आय एक साल की तुलना में करीब तीन फीसदी की बढ़ोत्तरी के साथ 259 अरब डालर पर पहुंच गयी.
फोर्ब्स ने एक विज्ञप्ति में कहा, भारत की अर्थव्यवस्था की नरमी के कारण अमीरों की संपत्ति में वृद्धि मंद रही. इसके अलावा ऊंची मुद्रास्फीति और रुपये की विनिमय दर में गिरावट के कारण भी इनकी संपत्ति की वृद्धि मंद्धिम रही. आर्थिक मंदी के बावजूद रिलायंस इंडस्टरीज के प्रमुख मुकेश अंबानी और आर्सेलर मित्तल के प्रमुख लक्ष्मी मित्तल की निजी हैसियत में कोई विशेष बढत नहीं हुई, जबकि इस दौरान प्रमुख दवा कारोबारी दिलीप सिंघवी की पूंजी 4.7 अरब डालर की बढ़ोतरी के साथ 13.9 अरब डालर पर पहुंच गयी.
हालांकि इस दौरान आईटी कंपनी विप्रो के प्रमुख अजीम प्रेमजी की संपत्ति भी 1.6 अरब डालर बढ़कर 13.8 अरब डालर पर पहुंच गयी, लेकिन वह देश के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति के पुराने पद पर कायम नहीं रह सके.
निर्माण क्षेत्र के सपूरजी पलोंजी समूह के पलोंजी मिस्त्री टाटा संस के बड़े शेयरधारक के रुप में उभरे है. लेकिन इस दौरान उनकी पूंजी घटकर 12.5 अरब डालर पर आ गयी और वह चौथे पायदान से खिसककर देश के पांचवे स्थान पर आ गये. पलोंजी पुत्र सायरस मिस्त्री को पिछले साल रतन टाटा के स्थान पर टाटा समूह का प्रमुख बनाया गया था.
अप्रवासी भारतीय कारोबारी हिंदुजा बंधु भी इस साल देश के छठवें सबसे अमीर व्यक्ति बन गये. पिछले साल देश की अमीरों की सूची में वे नौंवे स्थान पर थे.
फोर्ब्स की सूची के अनुसार शिव नाडार भी शीर्ष दस की सूची में आ गए हैं और सूची में सातवें सबसे अमीर व्यक्ति है. सुनील मित्तल 6.6 अरब डालर की पूंजी के साथ फिर दसवें स्थान पर आ कर शीर्ष दस की जमात में शामिल हो गये हैं. दूसरी आरे एस्सार समूह के रईया बंधु और जिंदल समूह की सावित्री जिंदल भारत के शीर्ष दस रईसों की फोर्ब्स सूची से बाहर हो गये हैं.
इसी प्रकार आदि गोदरेज भी दो स्थान नीचे खिसक कर 8.3 अरब डालर की पूंजी के साथ आठवें स्थान पर आ गये. आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला 7.6 अरब डालर की पूंजी के साथ एक स्थान ऊपर उठकर नौंवे स्थान पर आ गये.
अनिल अंबानी इस साल भी देश के 11वें सबसे अमीर व्यक्ति बने हुए हैं, हालांकि इस दौरान उनकी पूंजी 6 अरब डालर से बढ़कर 6.2 अरब डालर पर पहुंच गयी.
इसके अलावा शीर्ष 20 अमीरों की सूची में रवि रईया (5.5 अरब डालर), मिक्की जगतियानी (5 अरब डालर), सावित्री जिंदल (4.9 अरब डालर) उदय कोटक (4.1 अरब डालर) साइरस पूनावाला (4 अरब डालर) आनंद बर्मन (3.7 अरब डालर) कुशल पाल सिंह (3.4 अरब डालर) देशबंधु गुप्ता (3.2 अरब डालर) और बजाज परिवार (3.1 अरब डालर) को शामिल किया गया है.
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