वाशिंगटन : अमेरिकी विदेश विभाग ने C-130J सुपर हर्क्यूलिस माल परिवहन विमानों के लिए 9.6 करोड डालर मूल्य के उपकरणों, कलपुर्जों एवं लाजिस्टिक सुविधाओं की बिक्री को मंजूरी दी है. इससे भारतीय वायुसेना को इस विमानों को अभियान के लिए और अधिक तैयार रखने में मदद मिलेगी.
अमेरिका की रक्षा सुरक्षा सहयोग एजेंसी ने गत शुक्रवार को कांग्रेस को भेजी एक अधिसूचना में कहा कि भारत को सुपर हर्क्यूलिस विमानों के लिए इस तरह की सहायता की जरुरत है ताकि यह उसके पास इस विमान का कारगर तरीके से परिचालन कर सके.
भारतीय वायुसेना इन विमानों का परिचालन आनी परिवहन आवश्यकताओं के साथ साथ स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय मानवीय सहायता तथा क्षेत्री आपदा राहत अभियानों में करती है.
भारत भूकंप से प्रभावित नेपाल को आपात स्थिति में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करने एवं फंसे लोगों को निकालने के लिए इन कार्गो विमानों का इस्तेमाल कर रहा है.
भारत ने अमेरिका से इन विमानों के लिए पांच साल तक इस तरह की सहायता की मांग की थी. इसमें आठ अतिरिक्त काउंटर मेजर डिस्पेंसिंग प्रणालियां, छह उन्नत राडार चेतावनी रिसीवर, 9000 फ्लेयर कारतूस, स्पेयर और रिपेयर पार्ट्स, तकनीकी सेवाएं और कर्मचारियों के प्रशिक्षण की सुविधा आदि शामिल है.
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