नयी दिल्ली : केयर्न इंडिया को 31 मार्च को समाप्त चौथी तिमाही में 241 करोड रुपये का घाटा हुआ है. यह उसका सबसे बडा घाटा है. कंपनी को श्रीलंका में शेयर मूल्य में कमी, कच्चे तेल की कम कीमतों व फॉरेक्स नुकसान की वजह से घाटा झेलना पडा है. कंपनी ने बयान में कहा कि उसे 241 करोड रुपये का शुद्ध तिमाही घाटा हुआ है.
यह प्रति शेयर 1.28 रुपये का नुकसान बैठता है. इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 3,035 करोड रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था. प्रति शेयर उसका मुनाफा 15.85 रुपये रहा था. इससे पहले अक्तूबर-दिसंबर, 2007 में कपनी को 13.9 करोड रुपये का घाटा हुआ था.
बीते वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी ने 1,350 करोड रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था. केयर्न ने कहा है कि जनवरी-मार्च तिमाही में कच्चे तेल के दाम आधे होकर 48.4 प्रति बैरल पर आ गये. तिमाही के दौरान कंपनी की आमदनी 47 प्रतिशत घटकर 2,677 करोड रुपये रही.
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