नयी दिल्ली : यदि आप नया सिम लेने जा रहे हैं तो यह खबर आपको जानना जरूरी है. ‘जी हां’ आधार कार्ड के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सरकार ने पिछले दिनों ही में साफ कर दिया था कि नया सिम कार्ड लेने के लिए आधार नंबर अब ज़रूरी नहीं है. यही नहीं अब डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकम्यूनिकेशन्ज़ ने सभी टेलिकॉम ऑपरेटर्स को आदेश जारी किया है कि वे नये सिम कार्ड के रजिस्ट्रेशन के लिए वर्चुअल आईडी (आाधार इ-केवाइसी सर्विस) और लिमिटेड केवाइसी की शुरुआत करें.
यह मौजूदा मोबाइल ग्राहकों के री-वेरिफिकेशन के लिए भी लागू होगा. इसकी शुरुआत एक जुलाई से होगी. इस संबंध में टेलिकॉम ऑपरेटरों को सख्त लहजे में कहा गया है कि वे एक जुलाई से पहले अपने सिस्टम पर वर्चुअल आईडी समायोजित करें.
यहां चर्चा कर दें कि वर्चुअल आईडी और लिमिटेड केवाईसी दोनों ही आधार के अंश हैं. अंतर बस इतना है कि यह नागरिक का आधार नंबर उजागर नहीं करता है. सिर्फ ज़रूरत की जानकारी ही वेरिफिकेशन के लिए साझा हो सकती है. खास बात यह है कि अगर आपके पास आधार कार्ड है और आप अपना आधार नंबर शेयर नहीं करना चाहते तो आप वर्चुअल आईडी के माध्यम से नया सिम लेने में सक्षम हैं. एनआरआई और जिन विदेशियों के पास आधार नंबर नहीं है, वैसे लोग सरकार द्वारा जारी किये गये अन्य पहचान पत्रों के ज़रिए नये मोबाइल सिम का इस्तेमाल कर सकते हैं.
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