मुंबई : देश के शेयर बाजारों में शुक्रवार को लिवाली का जोर रहा. अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज ने 13 साल बाद भारत की रेटिंग में सुधार किया इससे शेयर बाजार में काफी उत्साह रहा और वित्त एवं धातु कंपनियों के शेयरों की अगुवाई में सेंसेक्स 236 अंक चढ़ गया. मूडीज ने भारत की रेटिंग को एक पायदान सुधार कर बीएए2 कर दिया. इससे लिवाली का जोर बढ़ गया और एक समय बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 414 अंक तक चढ़ गया. लेकिन, यह तेजी बरकरार नहीं रही और निवेशकों ने मुनाफावसूली की. अंत में यह 235.98 अंक या 0.71 प्रतिशत मजबूत होकर 33,342.80 अंक पर बंद हुआ.
पिछले कारोबारी सत्र में सेंसेक्स 346 अंक चढ़ा था. एनएसइ का पचास शेयरोंवाला निफ्टी कारोबार के दौरान 10,300 अंक के ऊपर निकल गया. हालांकि, अंत में 68.85 अंक या 0.67 प्रतिशत की तेजी के साथ 10,283.60 अंक पर बंद हुआ. पूरे सप्ताह के लिहाज से यदि देखा जाये तो सेंसेक्स 28.84 अंक या 0.08 प्रतिशत चढा जबकि निफ्टी में 38.15 अंक या 0.36 प्रतिशत की गिरावट रही.
अमेरिकी रेटिंग एजेंसी मूडीज द्वारा देश की रेटिंग स्थिर परिदृश्य के साथ एक पायदान बढ़ा कर बीएए2 किये जाने से निवेशकों ने लिवाली की. बीएनपी परिबा म्यूचुअल फंड के वरिष्ठ कोष प्रबंधक (इक्विटीज) कार्तिकराज लक्ष्मणन ने कहा, यह भारत के लिए सकारात्मक है, क्योंकि रेटिंग में सुधार से देश को और विदेशी निवेश आकर्षित करने में मदद मिलेगी. शेयर बाजारों में आयी तेजी के अनुरूप रुपये में भी उल्लेखनीय रूप से मजबूती आयी.
घरेजू बाजारों को एशिया के अन्य बाजारों से समर्थन मिला. अमेरिकी सदन में रिपब्लिकन की कर कटौती योजना के पारित होने के बाद अमेरिकी शेयर बाजार वाल स्ट्रीट में गुरुवारकी तेजी के बाद दुनिया के अन्य शेयर बाजारों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा. यूरोप के प्रमुख शेयर बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी रही. बैंक शेयरों में तेजी रही. आइसीआइसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक तथा एसबीआइ 1.86 प्रतिशत तक मजबूत हुए.
सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों को छोड़ कर सभी खंडवार सूचकांकों में तेजी रही. सेंसेक्स के शेयरों में सिप्ला सबसे ऊपर रही. कंपनी को अमेरिकी स्वास्थ्य नियामक से निलंबित उत्पाद की मंजूरी से शेयर 2.64 प्रतिशत मजबूत हुआ. मारुति सुजुकी 2.15 प्रतिशत मजबूत हुआ. टोयोटा मोटर काॅरपोरेशन तथा सुजुकी मोटर काॅरपोरेशन ने कहा कि वे भारत में 2020 तक इलेक्ट्रिक वाहन पेश करने के लिए सहयोग करेंगे. इससे मारुति के शेयर में तेजी दर्ज की गयी. हालांकि, दूसरी तरफ इंफोसिस, टीसीएस तथा विप्रो में गिरावट दर्ज की गयी. रुपये में तेजी से इन कंपनियों के शेयरों पर असर पड़ा. रुपये में मजबूती का मतलब है कि अमेरिका तथा यूरोप से कम आय.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.