आखिर किसने फरजी खाते से किया करोड़ों का लेन-देन
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रहस्य. साक्ष्य जुटाने में लगी है पुलिस, जांच-पड़ताल जारी
आखिर किसने फरजी खाते से किया करोड़ों का लेन-देन छात्रा मनीषा जोशी के नाम से फरजी दस्तावेज बनाकर आइसीआइसी बैंक से करोड़ों का लेन-देन का अब तक ख्ुलासा नहीं हो गया है. पुलिस अब तक साक्ष्य ही जुटा रही है. वहीं बैंक अधिकारी भी कुछ कहने से घबरा रहे हैं. यह मामला अब भी रहस्य […]
छात्रा मनीषा जोशी के नाम से फरजी दस्तावेज बनाकर आइसीआइसी बैंक से करोड़ों का लेन-देन का अब तक ख्ुलासा नहीं हो गया है. पुलिस अब तक साक्ष्य ही जुटा रही है. वहीं बैंक अधिकारी भी कुछ कहने से घबरा रहे हैं. यह मामला अब भी रहस्य बना है.
देवघर : छात्रा मनीषा जोशी के नाम से फरजी दस्तावेज बना कर आइसीआइसीआइ बैंक में अकाउंट खोलने व धोखाधड़ी करने के मामले में पुलिस साक्ष्य जुटा रही है.
इस क्रम में कांड के आइओ एसआइ डीके दास मनीषा समेत उसके पिता गोपाल जोशी व अन्य परिजनों का बयान कलमबद्ध कर चुके हैं. करीब डेढ़ महीने पूर्व एसडीपीओ व कांड के आइओ ने बैंक जाकर बैंक कर्मियों से भी पूछताछ की था. पूछताछ में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आये हैं.
अवतार सिंह व गौरव के खाते में गये रुपये : सूत्रों के अनुसार मनीषा के नाम से संचालित बैंक खाते से अवतार सिंह नामक व्यक्ति के नाम कई बार चेक द्वारा राशि निर्गत कराया गया. एक बार गौरव सिंघानिया के खाते में भी 65 हजार रुपये ट्रांसफर किये गये. हालांकि इन दोनों के बारे में मनीषा ने अनभिज्ञता जतायी. उसने पुलिस को बताया है कि दोनों को वह जानती तक नहीं हैं.
आइसीआइसीआई बैंक फरजी खाता कांड
बैंक ने नहीं रखा नियमों का ख्याल
जांच में यह भी बातें सामने आयी हैं कि नियम को ताक पर रख कर सब कुछ हुआ. मनीषा के नाम पर ऑपरेट किये गये अकाउंट में राशि का बारा-न्यारा चेक द्वारा हुआ है. जिस चेक से राशि निकासी हुई है, उसमें कभी मनीषा के नाम का हस्ताक्षर किया गया है तो कभी मनीषा जोशी के नाम से . दो भिन्न हस्ताक्षर से आखिर किस परिस्थिति में चेक का क्लियर हुआ, इस संबंध में मनीषा ने तो आइसीआइसीआइ बैंक निदेशक समेत आरबीआइ को भी पत्राचार किया है. मामले में बैंक की कमेटी ने मनीषा से पूछताछ की थी. पुलिस भी इस संबंध में पूछताछ कर चुकी है.
दो बिल्डर्स के खाते में भी भेजी गयी राशि
मनीषा के नाम संचालित आइसीआइसीआइ बैंक खाते से दो बिल्डर्स के खाते में भी कई बार रुपये ट्रांसफर किये गये है. उक्त रुपयों को चेक द्वारा ट्रांसफर किया गया. उक्त दोनों बिल्डर्स कंपनी के बारे में भी मनीषा ने जानकारी से इनकार किया गया है.
मनीषा ने कहा- हुआ फोटो-आइडी का दुरुपयोग: मनीषा ने पुलिस को बताया है कि उसके ही नहीं, बल्कि उसकी 80 वर्षीय दादी समेत पिता गोपाल जोशी,
मां सुषमा जोशी व बड़ी बहन मीनाक्षी जोशी के फोटो व आइडी का दुरुपयोग कर आइसीआइसीआइ बैंक में अकाउंट खोला गया, जिसमें बैंक प्रबंधन की भी मिलीभगत है. उसकी जान-पहचान की एक स्थानीय युवती ने घर में आकर वर्ष 2010 में ही फैमिली स्कीम के तहत अकाउंट खोलने हेतु कागजात लिया था. किंतु उस वक्त उसका खाता नहीं खुला था. बाद में आयकर नोटिस आने के बाद पता चला कि उसके नाम से फर्जी एकाउंट खोल कर करोड़ों की हेराफेरी की गयी है.
पूर्व डिप्टी मैनेजर जमशेदपुर निवासी ब्रजेश मिश्रा व पूर्व सेल्स ऑफिसर प्रताप सिंह आरोपित
मीनाक्षी भी दे चुकी है आय कर को जवाब
मीनाक्षी को भी आयकर विभाग का नोटिस आया था. इस संबंध में आयकर कार्यालय जाकर उसने भी नोटिस का जबाव दिया है. उसको भी अकाउंट के बारे में कोई जानकारी नहीं है. पुलिस पूरे मामले को ध्यान में रख कर जांच कर रही है.
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