अब लोग पूछते हैं कि चुनाव की दिशा किस ओर है? हमारा नेता कौन होगा? हमारा प्रतिनिधि कैसा होगा? हम अपने प्रतिनिधि के चुनाव के समय यह सोचते हैं कि वह किस पार्टी से है. क्या यह सोच सही है? किसी पार्टी से संबंध न रखनेवाले व्यक्ति की विचारधारा भी समाज के विकास के लिए तर्कपूर्ण हो सकती है. इसलिए हमारे जनप्रतिनिधि कौन हो के स्थान पर सोचना होगा कि हमारा जनप्रतिनिधि कैसा हो?
हमें पार्टी प्रतिनिधि की दृष्टि को छोड़कर समाज के विकास के लिए अपने प्रतिनिधि का चुनाव करने का अवसर मिला है. इस अवसर को ध्यान में रखकर अपने मत का प्रयोग करना चाहिए. पार्टी प्रतिनिधि नहीं, बल्कि जन कल्याण, समाज कल्याण, राज्य कल्याण और देश कल्याण के लिए प्रतिनिधि का चुनाव करना चाहिए.
आदर्श कुमार, रांची, झारखंड