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जिले के नदी, कुएं व डोभा में 45 दिनों में डूबने से 19 लोगों की गयी जान, रहें सतर्क

Jharkhand news, Gumla news : गुमला जिले में जिस प्रकार सामान्य हत्याओं का ग्राफ बढ़ा है उसी प्रकार नदी, तालाब, कुआं एवं डोभा भी जानलेवा साबित होने लगी है. पानी में डूबने से लोगों की मौत हो रही है. सबसे अधिक खतरनाक नदी एवं कुआं हो गयी है. जहां थोड़ी से चूक एवं लापरवाही लोगों की जान ले रही है. लोग नदी एवं कुआं में डूबकर मर रहे हैं. इसके बाद भी कई लोग नदियों में लापरवाही बरत रहे हैं. गुमला जिले के आंकड़ा पर गौर करें, तो 45 दिनों में 15 हादसे हुए हैं. जिसमें 19 लोगों की जान चली गयी है. सबसे अधिक नदी एवं कुएं में डूबने से 8-8 लोगों की मौत हुई है, जबकि डोभा में 2 एवं तालाब में डूबने से एक व्यक्ति की जान गयी है.

Jharkhand news, Gumla news : गुमला (दुर्जय पासवान) : गुमला जिले में जिस प्रकार सामान्य हत्याओं का ग्राफ बढ़ा है उसी प्रकार नदी, तालाब, कुआं एवं डोभा भी जानलेवा साबित होने लगी है. पानी में डूबने से लोगों की मौत हो रही है. सबसे अधिक खतरनाक नदी एवं कुआं हो गयी है. जहां थोड़ी से चूक एवं लापरवाही लोगों की जान ले रही है. लोग नदी एवं कुआं में डूबकर मर रहे हैं. इसके बाद भी कई लोग नदियों में लापरवाही बरत रहे हैं. गुमला जिले के आंकड़ा पर गौर करें, तो 45 दिनों में 15 हादसे हुए हैं. जिसमें 19 लोगों की जान चली गयी है. सबसे अधिक नदी एवं कुएं में डूबने से 8-8 लोगों की मौत हुई है, जबकि डोभा में 2 एवं तालाब में डूबने से एक व्यक्ति की जान गयी है.

45 दिनों का आंकड़ा देंखे, तो हर 3 दिन में एक से दो लोगों की जान जा रही है. हालांकि, कुछ हादसे शराब के कारण भी हुई है. लोग शराब के नशे में धुत होकर कुएं में पानी भरने गये या फिर कुएं के पास से पार होने के दौरान गिरकर मौत हो गयी.

यहां गयी जान
नदी में डूबने से मौत : 8
कुएं में डूबने से मौत : 8
डोभा में डूबने से मौत : 2
तालाब में डूबने से मौत : 1

अपील : सावधानी बरतें, जीवन अनमोल है

जीवन अनमोल है. आप किसी के लिए जीवन बहुमूल्य है. आप से कई लोगों की उम्मीदें जुड़ी हुई हैं. माता, पिता, भाई, बहन, दोस्त एवं कई लोगों का जुड़ाव आपसे है. इसलिए अपने जीवन से खिलवाड़ न करें. नदी, तालाब, कुआं एवं डोभा के समीप अगर आप जाते हैं, तो सावधानी बरतें, क्योंकि आपकी थोड़ी- सी चूक एवं लापरवाही आपके जीवन का अंत कर सकता है. इसलिए जीवन के महत्व को समझते हुए आप नदियों के समीप लापरवाही न बरते. खासकर जब आप पिकनिक मनाने एवं अन्य किसी कार्य को लेकर नदी के पास जाते हैं, तो नदी की गहराई एवं पानी की धारा के अनुसार ही नदी में प्रवेश करें.

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प्रशासन से अपील : अब तो सुरक्षा दें

प्रशासन से अपील है. गुमला के कई पिकनिक स्पॉट में अभी तक सुरक्षा के इंतजाम नहीं किये गये हैं. खासकर नदी किनारे बसे पर्यटक स्थलों के समीप न तो सुरक्षा के लिए कोई स्लोगन एवं बोर्ड लगा है और न ही खतरनाक जोन के समीप किसी प्रकार का रेलिंग है. जबकि सरकार हर साल लाखों रुपये का फंड देती है. जिले के विकास के लिए भी कई प्रकार की फंड प्राप्त होती है. अगर उस फंड का सही उपयोग हो, तो पर्यटक स्थल सुंदर होने के साथ ही यहां सुरक्षा के इंतजाम भी हो सकते हैं. बस, जरूरी है प्रशासन को अपना नजरिया बदलने की.

गुमला से बहने वाली नदियां

गुमला जिले से होकर 2 बड़ी नदियां बहती है. इसमें दक्षिणी कोयल नदी एवं शंख नदी है. दक्षिणी कोयल नदी लोहरदगा से होते हुए घाघरा से होकर गुमला के नागफेनी, बसिया के बाघमुंडा से होकर गुजरती है. वहीं, शंख नदी चैनपुर, जारी एवं रायडीह प्रखंड से होकर गुजरती है. इसके अलावा कांजी, लावा, बासा, देवाकी नदी भी है. इन नदियों का भी जलस्तर अधिक होता है. इन नदियों के कारण कई गांव टापू में भी बसने को विवश है.

अक्टूबर माह में 10 लोगों की हुई मौत

अक्टूबर, 2020 में जिले में 10 लोगों की मौत हो चुकी है. तिथिवार घटनाओं के बारे में जानें.

6 अक्टूबर, 2020 :
घाघरा बाजार टाड़ निवासी सुनील कुमार पासवान (35 वर्ष) की कुएं में डूबने से मौत हो गयी थी.

13 अक्टूबर, 2020 : बसिया थाना क्षेत्र के गुड़ाम निवासी कामता सिंह (50 वर्ष) की मौत मछली मारने के दौरान नदी में गिरने से हो गया थी.

19 अक्टूबर, 2020 : गुमला शहर से सटे पुग्गू घांसीटोली में बुधमनी उरांव (38 वर्ष) की मौत तालाब में नहाने के दौरान डूबने से हो गयी थी. वहीं, रायडीह के पतराटोली गांव में मनरेगा से बने डोभा में 8 वर्षीय सुमन कुमारी की डूबने से मौत हो गयी थी.

21 अक्टूबर, 2020 : रायडीह थाना के लौकी गांव में अशोक नगेशिया (45 वर्ष) की कुएं में गिरकर डूबने से मौत हो गयी थी.

25 अक्टूबर, 2020 : बाघमुंडा जलप्रपात में जयकांत एक्का (16 वर्ष), अंकित एक्का (11 वर्ष) एवं इशिका तिग्गा (7 वर्ष) की डूबने से मौत हो गयी थी.

27 अक्टूबर, 2020 : सिसई थाना के डहूटोली गांव निवासी लच्छू उरांव की 12 वर्षीय पुत्री सुषमा कुमारी की कुएं में डूबने से मौत हो गयी थी.

30 अक्टूबर, 2020 : पालकोट के हर्राटोली एवं मलई गांव के बीच पिंजरा नदी में डूबने से मलई गांव के 70 वर्षीय छोटू उरांव की मौत हो गयी थी.

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15 नवंबर तक 9 लोगों की हो चुकी है मौत

2 नवंबर, 2020 : गुमला थाना के टोटो गांव में कुएं में डूबने से कमल मुंडा की हुई थी मौत.

4 नवंबर, 2020 : जारी थाना के मुंडी गांव में 42 वर्षीय प्लादियुस एक्का की कुएं में डूबने से मौत हुई.

6 नवंबर, 2020 : गुमला थाना के लटठाटोली गांव में 17 वर्षीय पूजा कुजूर की कुएं में डूबने से मौत हो गयी थी. वहीं, पालकोट थाना के तपकारा गांव में 35 वर्षीय चैतू कड़ियां की कुएं में डूबने से मौत हुई थी.

8 नवंबर, 2020 : बसिया थाना के सरईडीह गांव में 30 वर्षीय अमित लकड़ा की डोभा में डूबने से मौत हो गयी थी.

14 नवंबर, 2020 : सिसई थाना के ओलमुंडा कोंडेकेरा गांव में 50 वर्षीय परमा साहू की कुएं में डूबने से मौत हो गयी थी.

15 नवंबर, 2020 : गुमला शहर के 3 युवक अभिषेक गुप्ता, सुमित भगत एवं सुनील गिरी हीरादह नदी में बह गये.

Posted By : Samir Ranjan

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