38.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

Advertisement

लता मंगेशकर 41 साल पहले ताजमहल देखने आगरा आईं थी, सड़कों पर उमड़ पड़ी थी भीड़, देखें अनसीन PHOTOS

Lata Mangeshkar in Agra Photos: भारत रत्न से सम्मानित स्वर कोकिला लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में रविवार को निधन हो गया. वह 41 साल पहले ताजमहल देखने आगरा आईं थी. इस दौरान वह अपने प्रशंसक के घर रात्रि विश्राम की थीं. देखें अनसीन Photos...

Undefined
लता मंगेशकर 41 साल पहले ताजमहल देखने आगरा आईं थी, सड़कों पर उमड़ पड़ी थी भीड़, देखें अनसीन photos 7

Lata Mangeshkar in Agra: देश की स्वर कोकिला स्वर्गीय लता मंगेशकर का आगरा से भी गहरा नाता रहा है. आपको बता दें लता मंगेशकर आगरा में करीब 41 साल पूर्व 1981 में ताजमहल का दीदार करने आई थी. आगरा के प्रसिद्ध छायाकार स्वर्गीय सत्यनारायण गोयल के परिजनों ने उनकी कुछ पुरानी तस्वीरें साझा की.

Undefined
लता मंगेशकर 41 साल पहले ताजमहल देखने आगरा आईं थी, सड़कों पर उमड़ पड़ी थी भीड़, देखें अनसीन photos 8

आगरा स्पीड कलर लैब के संजय गोयल ने बताया कि स्वर्गीय लता मंगेशकर ने आखिरी बार आगरा के मुगल होटल में एक आयोजन के दौरान मीडिया से मुलाकात की थी. वहीं उन्होंने आगरा में प्यार की निशानी ताजमहल का दीदार भी किया था. उनके साथ इस दौरान उनकी बहन गायिका आशा भोंसले भी मौजूद थी. इससे पहले, वह आगरा में 1965 में आई थी और शहर के कई स्मारकों का भ्रमण किया था. गोयल बताते हैं कि उस समय भी लता जी की इतनी फैन फॉलोइंग थी कि उन्हें देखने के लिए सड़कों पर भीड़ लग जाती थी.

Undefined
लता मंगेशकर 41 साल पहले ताजमहल देखने आगरा आईं थी, सड़कों पर उमड़ पड़ी थी भीड़, देखें अनसीन photos 9

आगरा के नामनेर निवासी राम मोहन दुबे उस समय मुंबई में थे और रितिक रोशन के बाबा रोशनलाल की म्यूजिक कंपनी में असिस्टेंट डायरेक्टर थे. राम मोहन के अनुसार इस दौरान डायरेक्टर ने उन्हें ‘आजा रे तेरा एक सहारा, यहां मेरा कोई नहीं’ गीत के बोल सुनाए और संगीत तैयार करने को बोला. इसके बाद जब उन्होंने संगीत तैयार किया तो डायरेक्टर ने धुन को पसंद किया और उन्हें लता मंगेशकर को जा कर सुनाने को कहा, मैं उस समय मात्र 19 वर्ष का था और सबसे छोटी उम्र का म्यूजिक डायरेक्टर था. उस समय लता मंगेशकर और रफी साहब के आगे बड़े-बड़े डायरेक्टर कुछ बोलने से पहले 10 बार सोचते थे.

Undefined
लता मंगेशकर 41 साल पहले ताजमहल देखने आगरा आईं थी, सड़कों पर उमड़ पड़ी थी भीड़, देखें अनसीन photos 10

राम मोहन दुबे ने बताया कि मैं जब उनके घर पहुंचा और वह मेरे सामने आई तो मैं घबरा गया. और मेरे गले से आवाज निकलना बंद हो गई. मेरे हाथ हारमोनियम पर कांपने लगे. जिसके बाद मेरी अवस्था को समझकर लता जी ने मुझसे कहा कि आप लोग हम गायकों के गुरु हैं. बिना आपके गीत गाना हमारे लिए संभव नहीं है. इसके बाद उन्होंने हमें धुन बताई. उन्होंने बताया कि कई बार उन्होंने लता जी के साथ काम किया. वह गाना गाते समय साथी म्यूजिक टीम के लोगों का चेहरा देखकर समझ जाती थी कि गाने में कोई कमी है या सही है.

Undefined
लता मंगेशकर 41 साल पहले ताजमहल देखने आगरा आईं थी, सड़कों पर उमड़ पड़ी थी भीड़, देखें अनसीन photos 11

राम मोहन दुबे ने बताया कि लता मंगेशकर अधिकतर वृंदावन बिहारी जी के दर्शन के लिए आया करती थी. आगरा के सेंट जॉन्स क्रॉसिंग के पास सिंधी समाज के पास आशूदा राम नामक उनके एक फैन रहते थे. लता जी जब भी वृंदावन आती थी तो उनके घर पर जरूर आती थीं और भोजन व रात्रि विश्राम भी करती थीं. उस समय वह अगर किसी होटल में रुक जाती तो होटल वाला उसे अपना सौभाग्य समझता था. 60 साल के बाद वह उस परिवार के पास नहीं आई और अब उस परिवार की भी कोई जानकारी नहीं है.

Undefined
लता मंगेशकर 41 साल पहले ताजमहल देखने आगरा आईं थी, सड़कों पर उमड़ पड़ी थी भीड़, देखें अनसीन photos 12

आगरा के वरिष्ठ गीतकार और राष्ट्रीय स्तर के कवि सोम ठाकुर ने बताया कि 1972 में फिल्म मेरे भैया के लिए लिखे गए गीत ‘पिया के घर जाना है’ को लता जी ने अपनी आवाज देकर अमर कर दिया. राम मोहन दुबे ने बताया कि उस समय गीतों में भावनाओं का खेल होता था.

फोटो रिपोर्ट- राघवेंद्र सिंह गहलोत, आगरा

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें