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पटना एनआइटी कैंपस में बनेगा इन्क्यूबेशन सेंटर, बिहटा के नये कैंपस में जुलाई से शुरू होगी पढ़ाई

मुख्य अतिथि के रूप में शामिल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनआइटी कैंपस में इन्क्यूबेशन सेंटर तैयार बनाने की घोषणा की. उन्होंने अफसरों को इन्क्यूबेशन सेंटर के लिए डीपीआर तैयार करने का आदेश दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि एक सप्ताह में इन्क्यूबेशन सेंटर बनाने के लिए राशि जारी की जायेगी.

पटना. बीसीइ-एनआइटी पटना एलुमिनाई सोसाइटी की ओर से कॉलेज के 100 वर्ष पूरा होने के अवसर पर वार्षिक एलुमिनाई मीट हुआ. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनआइटी कैंपस में इन्क्यूबेशन सेंटर तैयार बनाने की घोषणा की. उन्होंने अफसरों को इन्क्यूबेशन सेंटर के लिए डीपीआर तैयार करने का आदेश दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि एक सप्ताह में इन्क्यूबेशन सेंटर बनाने के लिए राशि जारी की जायेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल 5,462 बेड का बन रहा है, जिसका एक हिस्सा लगभग पूरा होने वाला है. दो साल के अंदर काम पूरा कर दिया जाएगा.

नये कैंपस में छह हजार विद्यार्थियों की क्षमता

कार्यक्रम के दौरान एनआईटी पटना के दिवंगत छात्रों की आत्मा की शांति के लिए मौन रखकर श्रद्धाजंलि दी गई. इस कार्यक्रम का आयोजन बीसीई एनआइटी पटना परिसर स्थित एम्फीथिएटर में किया गया था. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने बिहटा स्थित कॉलेज के नये कैंपस में छह हजार विद्यार्थियों की क्षमता विकसित करने के लिए निर्देश दिया.

एनआइटी का मूल कैंपस पुराना कैंपस ही रहेगा

उन्होंने कहा कि एनआइटी का मूल कैंपस पुराना कैंपस ही रहेगा. इस कैंपस का दूसरा हिस्सा बिहटा में होगा. दोनों कैंपस मिलाकर विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से यह देश का सबसे बड़ा इंजीनियरिंग कॉलेज होगा. समारोह में एलुमिनाई सोसाइटी के अध्यक्ष प्रो संतोष कुमार ने मुख्यमंत्री से पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विवि का दर्जा दिलाने का आग्रह किया.

नये कैंपस में जुलाई से शुरू होगी पढ़ाई

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने एनआईटी पटना को विस्तारित करने के लिए बिहटा में 125 एकड़ जमीन उपलब्ध कराया जो अब बनकर तैयार हो गया है. बिहटा में भी करीब छह हजार छात्रों की पढ़ाई की व्यवस्था की गई है. एनआईटी पटना के अलावा देश में कहीं भी इतनी बड़ी संख्या में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले छात्रों की व्यवस्था नहीं है. बिहटा स्थित कॉलेज के नये कैंपस में जुलाई से शुरू से पढ़ाई शुरू कर दी जायेगी. समारोह में कॉलेज के डायरेक्टर पीके जैन ने कहा कि नये सेंटर में एलुमिनाई रिसर्च सेंटर की भी स्थापना होगी. इसकी मदद से एलुमिनाई सदस्यों को डोनेशन पर इनकम टैक्स रिबेट भी दिया जायेगा.

एनआइटी से 51 साल पहले हुये से पासआउट नीतीश कुमार

मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे इस संस्थान से पासआउट हुए 51 साल हो गया है. यहां हर वर्ष आयोजित होने वाले एलुमिनाई मीट में हमारे पुराने एवं नए साथी भी आते हैं, जहां हमें अपने सहपाठियों से मिलने का मौका मिलता है. मैंने पटना साइंस कॉलेज में पढ़ाई करने के बाद यहां एडमिशन लिया था. उस समय 500 छात्र यहां पढ़ते थे, बहुत अच्छा लगता था. अगर पटना में स्टूडेंट यूनियन का चुनाव होता था तो मेरे कहने पर यहां के 500 में से 450 छात्र समर्थन में वोट करते थे. उस बात को हम कभी भूल नहीं सकते.

2004 में मिला था एनआइटी का दर्जा

मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल सरकार में मंत्री रहने के दौरान देश में कुल 14 जगहों पर एनआईटी बन रहा था. हमने आग्रह किया कि बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग देश का छठा इंजीनियरिंग कॉलेज है, जिसे एनआईटी का दर्जा मिलना चाहिए. उसी समय वर्ष 2004 में बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग को एनआईटी का दर्जा मिला. हमलोगों के समय यहां छात्रों की संख्या 500 थी जो अब बढ़कर 5000 हो गई है.

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क्या है इन्क्यूबेशन सेंटर

ये ऐसी संस्थाएं होती हैं, जिनका शुरुआती काम स्टार्टअप को आइडिएशन से लेकर मार्किट में पहुंचना और सेल्स, फंडिंग सपोर्ट करना तक होता है. ये आपके स्टार्टअप को वर्किंग स्पेस, मेंटरिंग, मार्केटिंग, प्रोडक्ट डेवलपमेंट, शुरुआती फंडिंग, नेटवर्क सपोर्ट, रेगुलर ट्रेनिंग, टीम सपोर्ट, लैब्स, जरूरी टूल्स, सब कुछ देने का काम करते है. आज सरकार के तरफ से भी हर राज्यों में बहुत से सरकारी और गैर सरकारी इन्क्यूबेशन (सरकार के सहयोग से) सेंटर्स चल रहे हैं, जहां इन सपोर्ट के साथ साथ शुरुआती ग्रांट्स भी दिये जाते हैं.

इन्होंने किया संबोधित

कार्यक्रम को बीसीई एनआईटी० पटना के निदेशक पीके जैन, बीसीई एनआईटी पटना एलुमिनी सोसायटी के सचिव डॉ संजय कुमार, बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग के चेयरमैन प्रो जीके चौधरी, बीसीई एनआईटी पटना एलुमिनाई सोसायटी के अध्यक्ष प्रो संजय कुमार, कोषाध्यक्ष प्रो संजीव कुमार एवं प्रो सीएन सिन्हा ने भी संबोधित किया.

ये रहे मौजूद

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, प्रो कामिनी सिन्हा, प्रो अमृता सिन्हा, इंजीनियर राशिद परवेज, इंजीनियर निलेश कुमार, प्रो रमेश कुमार, प्रो सुलेना रजक, प्रो शैलेंद्र मंडल, प्रो सुरेंद्र प्रसाद, इंजीनियर आरती सिन्हा, बीसीई एनआईटी पटना एलुमिनाई सोसायटी के सदस्यगण, बीसीई एनआईटी पटना के अध्यापक, छात्र-छात्रायें, पूर्ववर्ती छात्र एवं उनके परिजन उपस्थित थे.

इनको दिया गया प्रतीक चिह्न

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीसीई एनआइटी पटना के डायमंड जुबली बैच वर्ष 1964 के पूर्ववर्ती छात्रों, गोल्डेन जुबली बैच वर्ष 1974 के पूर्ववर्ती वाइएसी छात्रों को सम्मानित किया. साथ ही रुबी जुबली बैच वर्ष 1983-84 के पूर्ववर्ती छात्रों एवं एडमिशन बैच एलुमिनाई फॉर सिल्वर जुबली वर्ष 1994 के छात्रों को प्रतीक चिह्न प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया.

पुस्तक का विमोचन

मुख्यमंत्री ने सोसायटी के अध्यक्ष प्रो संतोष कुमार द्वारा लिखित पुस्तक का विमोचन किया. शताब्दी वर्ष के अवसर पर तैयार की गई स्मारिका का भी विमोचन किया. मुख्यमंत्री ने एनआइटी पटना 1954 बैच के छात्र और रिटायर्ड चीफ इंजीनियर जेवी साह और एनआईटी पटना 1959 बैच के छात्र तथा रिटायर्ड चीफ इंजीनियर केडीपी सिन्हा का अभिनंदन किया.

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