श्रीनगर: अनुच्छेद 370 पर भाजपा का विरोधाभासी रुख जम्मू कश्मीर में भाजपा की नांव डुबा देगा. उक्त बातें मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला ने कही. हालांकि उमर खुद इस मुद्दे पर कुछ टिप्पणी करने से बचते हुए कहा, भाजपा इस विवादास्पद मुद्दे पर किसी भी प्रकार की प्रतिबद्धता से भाग रही है और इसके विपरीत वह जम्मू कश्मीर में ‘दो नावों पर पैर’’ रखकर चल रही है जिसका आमतौर पर डूबना तय माना जाता है.
नेशनल कांफ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष मुख्यमंत्री उमर ने भाजपा को एक ‘‘मौकापरस्त’’ पार्टी करार दिया जिसके साथ उनका मानना है कि कोई संबंध नहीं हो सकता.कांग्रेस के साथ राज्य में गठबंधन सरकार चला रहे उमर ने प्रदेश को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के संबंध में विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा द्वारा अलग अलग सुरों में बात किए जाने के संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में यह बात कही.
भाजपा चुनाव प्रचार के दौरान इस मसले पर कोई सीधा बयान देने से बचती आ रही है. उमर ने कहा, ‘‘ निश्चित रुप से , वे इस मुद्दे पर पकड में आने से बचना चाहते हैं क्योंकि यह उनके लिए समस्या होगा.जम्मू में , अनुच्छेद 370 एक राष्ट्रीय मुद्दा बन गया है , जम्मू के उपरी इलाकों में वे इस पर चुप हैं और कश्मीर में उनके उम्मीदवार कहते हैं , ‘‘यदि आपने अनुच्छेद 370 को छुआ तो हम बंदूक उठा लेंगे इसलिए वे राज्य में अलग अलग जगह अपने आप से ही विरोधाभास दिखा रहे हैं.’’ उमर ने विधानसभा चुनाव में अपने तूफानी प्रचार अभियान के दौरान ‘पीटीआई भाषा’ को दिए साक्षात्कार में यह बात कही.
44 वर्षीय उमर ने कहा, ‘‘ वे किसी एक रुख पर अपनी जबान नहीं देना चाहते. लेकिन दो नावों की सवारी करने से आपका डूबना तय है.’’ जम्मू क्षेत्र के किश्तवाड में कल प्रधानमंत्री मोदी ने अनुच्छेद 370 पर कोई भी राजनीतिक बयान नहीं दिया था.
राज्य में 25 नवंबर से पांच चरणों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और व्यापक स्तर पर ऐसा माना जा रहा है कि 23 दिसंबर को चुनाव परिणाम त्रिशंकु विधानसभा की घोषणा करेंगे. लेकिन उमर ने कोई भविष्यवाणी करने से बचते हुए केवल इतना कहा, ‘‘ मैं कभी भविष्यवाणियां नहीं करता. यह कभी मेरी आदत नहीं रही. स्कूल में भी मैंने कभी अपने परीक्षा परिणाम को लेकर कोई भविष्यवाणी नही की और मैंने कभी भी अपने चुनाव परिणामों की भी घोषणा नहीं की.’’
हालांकि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि त्रिशंकु विधानसभा की सूरत में वह भाजपा के साथ कोई संबंध नहीं जोडेगी जिसने उन पर भ्रष्ट होने का आरोप लगाया था. उमर ने कहा, ‘‘ देखिए , मैं कोई अनुमान नहीं लगाना चाहता कि चुनाव के बाद क्या होगा.मुझे लगता है कि इंतजार करना चाहिए कि विधानसभा क्या आकार लेती है और उसके बाद फैसला करेंगे कि क्या करना है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे पता है कि लोग यह जानने को बेहद बेताब हैं कि हम भाजपा के साथ क्या करेंगे. जहां तक मेरा संबंध है , जो पार्टी अनुच्छेद 370 को समाप्त करने का आह्वान कर रही है , हमारे संविधान और ध्वज को ध्वस्त करना चाहती है और जो ऐसा सोचती है कि मैं एक चोर हूं तो वह अछूत पार्टी है. मैं ऐसा इंसान नहीं हूं कि जिस पर किसी और ने नहीं बल्कि प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया हो और एक महीना बाद , मैं जाउं और उन्हीं से हाथ मिला लूं.’’