वाराणसी : राजनीतिक दलों के लिए नाक की लड़ाई बन चुके उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण के मतदान के ठीक दो दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को बनारस के गढ़वा घाट जायेंगे और वहां पर जनसमूह को संबोधित करेंगे. उनके इस कार्यक्रम को लेकर कई दिनों से तैयारी जोर-शोर चल रही है. माना जाता है कि यह क्षेत्र यादव बहुल है और यहां पर मतदान का रुख इस समुदाय के वोटरों की मंशा से बदल जाता है. इसलिए कयास यह भी लगाया जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी अपने संसदीय क्षेत्र के यादव बहुल इस क्षेत्र में एक तरह से अपनी प्रतिद्वंद्वी पार्टी सपा के गढ़ में सेंध लगाने का प्रयास करेंगे. गौरतलब है कि सोमवार की शाम को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण के मतदान के लिए प्रचार कार्य थम जायेगा.
मीडिया में आ रही खबरों में यह भी बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इकलौता ऐसे राजनेता नहीं हैं, जो इस घाट पर दर्शन करने जा रहे हैं. इससे पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से लेकर राजनाथ सिंह समेत कई नेता यहां आते रहे हैं. बताया जाता है कि प्रधानमंत्री मोदी आज जिस गढ़वा घाट आश्रम में जायेंगे, वहां यादव अनुयायियों संख्या अधिक है. भक्ति और ध्यान परंपरा से जुड़े इस आश्रम के एक करोड़ अनुयायी बताये जाते हैं, जो ज़्यादातर दलित और पिछड़े समाज, खासकर यादवों में से हैं. आश्रम में रविवार से ही दिन भर पीएम मोदी के स्वागत की तैयारी चलती रही.
वाराणसी में स्थित गढ़वा घाट आश्रम के बारे में कहा जाता है कि यादव वोट के लिए इनका इशारा ही काफी है. प्रधानमंत्री मोदी सुबह 10.30 बजे डीएलडब्लू से निकलकर सुबह 10.45 बजे गढ़वा घाट पहुचेंगे और 11.30 तक वहां रहेंगे. इसके पहले वह पौने ग्यारह बजे यहां पहुंचेंगे. वर्तमान गुरु शरणानंद से मिलेंगे और दीक्षा लेंगे. आश्रम को कुछ भेंट देंगे और भंडारे में भी शामिल होंगे.
इसके बाद मोदी गढ़वा आश्रम से रामनगर चौक पहुंचेंगे. रामनगर चौक से आठ सौ मीटर तक जनता दर्शन करते हुए पीएम शास्त्री चौक पहुंचेंगे, जहां पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री के घर पर जायेंगे उनको श्रद्धांजलि देंगे. इसके बाद पीएम हेलकॉप्टर से रोहनिया में रैली के लिए निकल जायेंगे. रैली के बाद वे दिल्ली लौट जायेंगे.