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तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए बने दो और जेटी, इस बार मुड़ी गंगा में नहीं होगी ड्रेजिंग की समस्या
कोलकाता : गंगासागर तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए राज्य सरकार ने अपने दम पर मुड़ी गंगा में ड्रेजिंग कराने का काम शुरू किया है. हालांकि ड्रेजिंग का कार्य मुख्य रूप से केंद्र सरकार की आरे से किया जाता है. लेकिन बार-बार आवेदन करने के बावजूद कोई उत्तर नहीं मिलने पर राज्य सरकार ने अपने स्तर […]
कोलकाता : गंगासागर तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए राज्य सरकार ने अपने दम पर मुड़ी गंगा में ड्रेजिंग कराने का काम शुरू किया है. हालांकि ड्रेजिंग का कार्य मुख्य रूप से केंद्र सरकार की आरे से किया जाता है. लेकिन बार-बार आवेदन करने के बावजूद कोई उत्तर नहीं मिलने पर राज्य सरकार ने अपने स्तर पर ही ड्रेजिंग शुरू किया है.
राज्य सरकार ने लॉट नंबर आठ पर एक नंबर जेटी का पुनर्विकास करते हुए इस बार इस जेटी का भी प्रयोग करने का फैसला लिया है. ड्रेजिंग की समस्या के कारण एक नंबर जेटी पिछले चार-पांच साल से बंद पड़ी थी, इसके साथ ही राज्य सरकार ने मुड़ी गंगा में वेणुवन में एक नया जेटी तैयार किया है. जिस पर 18 लाख रुपये खर्च किये गये हैं. इस नये जेटी से ट्रेन के माध्यम से आनेवाले तीर्थयात्रियों को काफी सुविधा होगी.
वे नामखाना से वेणुवन के लिए आसानी से पहुंच सकते हैं. इस संबंध में गंगा सागर बक्खाली उन्नयन पर्षद के चेयरमैन बंकिम चंद्र हाजरा ने बताया कि मुड़ीगंगा पर ड्रेजिंग का काम तेजी से चल रहा है. सात जनवरी के बाद से 12 जेटियों के माध्यम से पुण्यार्थियों को मुड़ीगंगा पार कराया जायेगा. उन्होंने कहा कि लगातार ड्रेजिंग से मुड़ी गंगा का जलस्तर 1.45 मीटर हो गया है. अगले कुछ दिनों में ड्रेजिंग जारी रहेगी, जिससे यह बढ़कर 2.5 मीटर हाे जायेगा. इससे यहां नाैकाओं के आवागमन में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी.
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