Advertisement
गढ़वा के बिशुनपुरा में 28 लाख की फरजी निकासी
मनरेगा योजना में हुई इस गड़बड़ी में बीडीअो से मुखिया तक शामिल रांची : गढ़वा जिले के बिशुनपुरा प्रखंड में मनरेगा योजनाअों में 28 लाख की फरजी निकासी पकड़ी गयी है. गढ़वा में सामाजिक मुद्दों पर काम करनेवाले युवाओं के एक समूह डेहान ग्रुप ने यह गड़बड़ी पकड़ी है. नवंबर 2016 से जनवरी 2017 के […]
मनरेगा योजना में हुई इस गड़बड़ी में बीडीअो से मुखिया तक शामिल
रांची : गढ़वा जिले के बिशुनपुरा प्रखंड में मनरेगा योजनाअों में 28 लाख की फरजी निकासी पकड़ी गयी है. गढ़वा में सामाजिक मुद्दों पर काम करनेवाले युवाओं के एक समूह डेहान ग्रुप ने यह गड़बड़ी पकड़ी है. नवंबर 2016 से जनवरी 2017 के बीच प्रखंड के बिशुनपुरा व अमह खास पंचायतों में 296 जॉब कार्डधारियों का सर्वेक्षण किया गया था. इसमें पाया गया कि मनरेगा की 134 योजनाओं में 271 जॉब कार्ड के जरिये 28 लाख रुपये गलत तरीके से निकाले गये हैं.
बिशुनपुरा पंचायत में 259 जॉब कार्डों से 122 योजनाओं में करीब 27.12 लाख तथा अमहर खास पंचायत में 12 जॉब कार्ड के जरिये 12 योजनाओं में लगभग 95 हजार रुपये अवैध तरीके से निकाले गये हैं. इनमें से किसी भी जॉब कार्डधारी को इस बारे में पता नहीं था़ जिन योजनाओं में फरजी निकासी पायी गयी, उनमें डोभा, तालाब, कुआं, बांध, सड़क, शौचालय, पुल व भवन निर्माण सहित भूमि समतलीकरण का काम शामिल है. इन योजनाओं में वर्ष 2007 से 2016 तक के बीच यह पैसेनिकाले गये.
कौन-कौन हैं जिम्मेवार : गबन के इस मामले में बीडीओ (गुलाम समदानी), पूर्व के बीडीओ (परवेज आलम), बीपीओ (राजेश शुक्ला), पूर्व के बीपीओ (प्रमोद राम), नाजिर (रिजवान अंसारी), पूर्वे के नाजिर (अनिल सिंह), जेइ (धर्मेंद्र मिश्रा) व पूर्व जेइ (अभिषेक व निकेत) शामिल रहे हैं.
उधर बिशुनपुरा ग्राम पंचायत की मनरेगा योजनाओं में हुई फर्जी निकासी में मुखिया (नीलम देवी), पंचायत सेवक (प्रद्युमन मेहता), ग्राम रोजगार सेवक (धर्मराज सिंह), पूर्व ग्राम रोजगार सेवक (श्री राम) व ठेकेदार (नरेश राउत, कृष्णा विश्वकर्मा, नागेन्द्र ठाकुर व गोपाल मेहता) भी संलिप्त रहे हैं. वहीं, अमहर खास के दोषियों की सूची में मुखिया (संजू देवी), ग्राम रोजगार सेवक (श्रवण कुमार), पूर्व ग्राम रोजगार सेवक (राजेश पांडे) व ठेकेदार (महेंद्र प्रसाद गुप्ता) का नाम है.
Advertisement