आरा की सीट पर जदयू समर्थित निर्दलीय हुलास पांडेय की सीट पर राजद के राधा चरण सेठ की भी तैयारी है. सेठ का दावा है कि उसे राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने चुनावी तैयारी का संकेत दिया है. दूसरी ओर मौजूदा विधान पार्षद हुलास पांडेय ने कहा कि वह जदयू की ओर से घोषित उम्मीदवार हैं और चुनाव लड़ रहे हैं. हुलास पांडेय ने कहा कि जदयू की ओर से प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह अधिकृत हैं. उन्होंने मुङो तैयारी करने को कहा है. उनकी ओर से ऐसा कोई नकारात्मक संकेत नहीं मिला है. यही हाल पश्चिम चंपारण सीट का भी है. वहां से जदयू के विधान पार्षद राजेश राम हैं.
गंठबंधन होने में यह सीट कांग्रेस कोटे में जाने की संभावना है. ऐसे में राजेश राम का टिकट कट सकता है. उन्होंने कहा कि टिकट कटने संबंधी किसी प्रकार की कोई सूचना उन्हें नहीं दी गयी है. वे पूरे क्षेत्र में प्रचार अभियान कर रहे हैं, फिलहाल एक प्रखंड ही बच गया है. अगर उनका सीट काटा भी जाता है तो वे निर्दलीय रूप से खड़े होंगे. राजेश राम ने कहा कि 2003 में निर्दलीय चुनाव जीते थे, जबकि 2009 में जदयू के टिकट पर विजयी हुए थे.
वे फिलहाल पटना में हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिल कर पूरे मामले पर उनका क्या आदेश होता है वे जानेंगे. वहीं, रोहतास सीट से जदयू के विधान पार्षद कृष्ण कुमार सिंह इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. उन्होंने बताया कि उनकी तबीयत सही नहीं रह रही है और डायबिटिज भी बढ़ गया है. इसकी जानकारी उन्होंने पार्टी को दे दी है. हालांकि सूत्रों की माने तो जदयू-राजद गंठबंधन में रोहतास की सीट राजद के खाते में चली गयी है. इसलिए पार्टी ने पहले ही कृष्ण कुमार सिंह का टिकट काट दिया है.