क्या पृथ्वी के पास दो चांद हैं? NASA ने किया 60 साल पुराना ‘मिनी चांद’ खोजने का खुलासा!

NASA Confirmed Earth Temporarily Second Moon: NASA ने पुष्टि की कि पृथ्वी के पास टेमपरोरी रूप से एक ‘दूसरा चांद’ है. 2025 PN7 नाम का यह छोटा क्षुद्रग्रह लगभग 60 साल से हमारे साथ है और 2083 तक रहेगा. जानें इसकी दूरी, आकार और क्यों है यह खोज वैज्ञानिकों के लिए खास.

By Govind Jee | October 22, 2025 7:51 PM

NASA Confirmed Earth Temporarily Second Moon: सोचिए अगर हम कहें कि पृथ्वी के पास सिर्फ हमारा चांद ही नहीं बल्कि एक और छोटा सा चांद भी घूम रहा है? हां, NASA ने इस हफ्ते इसकी पुष्टि की है. यह कोई स्थायी चांद नहीं, बल्कि एक छोटा सा क्षुद्रग्रह है, जो टेमपरोरी रूप से पृथ्वी के चारों ओर घूम रहा है. इसे इस हफ्ते हवाई विश्वविद्यालय (University of Hawaii) ने खोजा है. वैज्ञानिकों के अनुसार यह लगभग 60 साल से हमारे साथ है और 2083 तक इसके साथ रहने की संभावना है.

2025 PN7- टेमपरोरी चांद की पहचान

इस खगोलीय पिंड को 2025 PN7 नाम दिया गया है. इसे ‘quasi-moon’ यानी आंशिक चांद कहा जाता है. इसका आकार 18 से 36 मीटर के बीच है, यानी किसी बड़े भवन के बराबर. लेकिन यह हमारे मुख्य चांद की तरह गुरुत्वाकर्षण से बंधा हुआ नहीं है. इसका सबसे नजदीकी पास होना लगभग 40 लाख किलोमीटर की दूरी पर होगा, जो हमारे चांद से दस गुना अधिक है, और सबसे दूर जाने पर यह 1.7 करोड़ किलोमीटर तक जा सकता है. यह आगे-पीछे की गति सूर्य और पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के इंटरेक्शन के कारण होती है.

NASA Confirmed Earth Temporarily Second Moon: टेमपरोरी चांद कैसे बनता है

ऐसे mini-moons स्वाभाविक रूप से पृथ्वी द्वारा थोड़े समय के लिए पकड़े जाते हैं. कुछ समय बाद ये फिर से अंतरिक्ष में चले जाते हैं या कभी-कभी पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश कर जाते हैं. 2025 PN7 को साल की शुरुआत में एक रूटीन टेलिस्कोप सर्वे के दौरान देखा गया. पहले यह केवल एक छोटा बिंदु जैसा दिखा, लेकिन बाद में यह साफ हो गया कि यह पृथ्वी का अस्थायी साथी है.

क्यों है यह खोज महत्वपूर्ण

अब तक पृथ्वी के पास कुल आठ quasi-moons पाए जा चुके हैं. ये छोटे चांद हमें नजदीकी गुरुत्वाकर्षण और क्षुद्रग्रहों के व्यवहार को समझने में मदद करते हैं. हमारा मुख्य चांद अब भी सबसे बड़ा, चमकदार और स्थायी उपग्रह है. लेकिन 2025 PN7 एक शांत यात्री है, जो टेमपरोरी रूप से पृथ्वी की यात्रा में शामिल हो गया है. यह खगोलशास्त्रियों की जिज्ञासा बढ़ाता है और हमारे नजदीकी अंतरिक्ष की गतिशील प्रकृति को दिखाता है. 

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