वाशिंगटन : अमेरिका और चीन में साइबर सुरक्षा और उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को लेकर जारी टकराव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा अगले महीने कैलिफोर्निया में चीन के अपने समकक्ष शी चिनफिंग से द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विस्तार से चर्चा करेंगे.
ओबामा-शी की शिखर वार्ता सात-आठ जून को होगी और मार्च में चीन के राष्ट्रपति बनने के बाद शी की ओबामा के साथ यह पहली बैठक होगी. व्हाइट हाउस प्रेस सचिव जे कार्नी ने कल कहा, ‘‘ओबामा और शी द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विस्तार से चर्चा करेंगे.’’ उन्होंने बताया कि बैठक की तैयारी के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार टॉम डॉनिलॉन 26 से 28 मई तक बीजिंग के दौरे पर रहेंगे.
कार्नी ने एक बयान में कहा कि वे पिछले चार सालों में अमेरिका-चीन के संबंधों में आई प्रगति और चुनौतियों की समीक्षा करेंगे और आपसी सहयोग को और बढ़ाने पर चर्चा करेंगे और आने वाले वर्षों में अपने मतभेदों को रचनात्मक तरीके से दूर करने का प्रयास करेंगे. ओबामा प्रशासन ने नोट नीतियों और उत्तर कोरिया सहित कई मुद्दों पर चीन के रुख पर चिंता जताई है. दोनों नेताओं के बीच वार्ता के दौरान मुख्य विषयों में साइबर जासूसी के भी रहने की संभावना है. कई कंपनियों ने सरकार से शिकायत की है कि संभवत: चीनी हैकर्स द्वारा कम्प्यूटर प्रणालियों में घुसपैठ की जा रही है.
विदेश मंत्रालय ने इस साल चीन की सरकार के निर्देश पर अमेरिकी कंपनियों की हैकिंग के बारे में औपचारिक रुप से शिकायत की है लेकिन चीन ने इस आरोप को खारिज किया है. ओबामा ने शी को राष्ट्रपति बनने पर बधाई देने के समय भी साइबर सुरक्षा की समस्या रखी थी.