वाशिंगटन : अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा है कि यदि ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर हालिया समझौता असफल रहता है तो उसे और कड़े प्रतिबंधों का सामना करना होगा.
केरी ने कांग्रेस के सदस्यों से कल वीडियोटेप के जरिए एक संदेश में कहा, ‘‘ हम तत्काल आखिरी एवं समग्र समझौते पर कार्य करने वाले हैं और हमारे राजदूत एवं विशेषज्ञ जल्द ही वार्ता की मेज पर बैठेंगे ताकि हम सभी और हमारे मित्रों इस्राइल, सउदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात एवं अन्य की चिंताओं का समाधान खोजते हुए अंतिम समग्र समझौता किया जा सके.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हम ऐसा करने वाले हैं लेकिन मुझे उम्मीद है कि हम इसे लेकर अति आत्मविश्वासी नहीं है. इसके लिए बहुत काम करना होगा और अंतत: इस कार्यक्रम को वास्तव में शांतिपूर्ण बनाना ईरान पर निर्भर करेगा। वे ऐसा करने की बात कह सकते हैं लेकिन कहने से ही चीजें हकीकत में नहीं बदल जाती। इसे साबित करना होता है.’’केरी ने कहा कि पिछले लगभग एक दशक में यह पहला समझौता है जिसके तहत ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर कोई अर्थपूर्ण सीमा लगाई गई है.
इस बीच विदेश विभाग और व्हाइट हाउस ने कांग्रेस से कहा कि ईरान पर किसी भी प्रकार के नए प्रतिबंध लगाने से जिनिवा में गत रविवार को हुए इस समझौते पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है.