इस्लामाबाद: पाकिस्तानी तालिबान ने आज एक वीडियो जारी किया है जिसमें उसके उग्रवादी जमीन से हवा में मार करने वाली एक मिसाइल के साथ नजर आ रहे हैं. इस बारे में उग्रवादी समूह का दावा है कि उसने इसका इस्तेमाल पीओके में उस पाकिस्तानी सैन्य हैलीकॉप्टर को गिराने के लिए किया था, जिसमें दो राजदूतों सहित सात लोग मारे गए थे.
जिहादी मीडिया फोरम द्वारा जारी किए गए वीडियो में कम से कम चार नकाबपोश उग्रवादी जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल (एसएएम-7 बी) के साथ हैं जिसका इस्तेमाल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के गिलगित-बाल्टिस्तान की नलतार घाटी में एमआई 17 को कथित तौर पर मार गिराने के लिए किया गया था.
वीडियो शुरु होने से पहले उर्दू में लिखे एक संदेश में उग्रवादी समूह का दावा है कि मिसाइल हेलीकॉप्टर के पिछले भाग में उस समय लगी जिस समय हेलीकॉप्टर मुड रहा था और इसी कारण यह हवा में पूरी तरह नष्ट नहीं हो पाया. संदेश में दावा किया गया है कि शुक्रवार को हेलीकॉप्टर को गिराने के लिए तीन किलोमीटर दूर से मिसाइल दागी गई थी.
रुसी एसएएम-7 मॉडल या एसएएम-7 बी लक्ष्य पर तीन किलोमीटर दूर से हमला कर सकता है. अमेरिका आधारित वेबसाइट एसआईटीई इंटेलिजेंस ग्रुप ने अपनी बेवसाइट पर यह वीडियो डाला है. यह चरमपंथी समूहों पर निगरानी रखती है. तालिबान ने आज एक बयान में कहा, ‘‘ अल्लाह की कृपा से हम ऐसे :और: हमले करेंगे.’’