कोलंबो: श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने हालिया चुनाव में हारने के बाद आज अपनी ‘श्रीलंका फ्रीडम पार्टी’ (एसएलएफपी) का अध्यक्ष पद छोड दिया और यह कहते हुए कार्यभार नए राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना को सौंप दिया कि वह अपनी पार्टी को बंटते नहीं देख सकते.
एक दशक तक राष्ट्रपति रहे राजपक्षे ने कहा, ‘‘मुझे अपनी पार्टी को विभाजित होते देखना पसंद नहीं है.’’चुनाव से पहले और बाद में भी पार्टी के कई नेता सिरिसेना के साथ हो गए थे. बीती नौ जनवरी को सिरिसेना श्रीलंका के नए राष्ट्रपति बने.राजपक्षे ने एक बयान में कहा, ‘‘आज से ही मैं नेतृत्व राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना को सौंप रहा हूं.’’सिरिसेना इससे पहले की राजपक्षे सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे. पिछले साल नवंबर में वह विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद के साझा उम्मीदवार बन गए थे. वह एसएलएफपी के महासचिव भी थे.