10 दिनों की विदेश यात्रा पर गये मोदी ने आज आसियान-भारत सम्मेलन में विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में अपने संबोधन में कहा कि म्यांमार भारत का महान पड़ोसी देश है. भारत अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध रखना चाहता है. मोदी ने कहा कि भारत और म्यांमार की बीच सांस्कृतिक-ऐतिहासिक संबंध हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में आर्थिक विकास, औद्योगिकीकरण तथा कारोबार का एक नया युग शुरु हो चुका है.आज विश्व तथा क्षेत्र को एक मजबूत भारत-आसियान साझेदारी की जरुरत है. तेजी से विकसित होता भारत और आसियान एक दूसरे के महत्वपूर्ण साझेदार हो सकते हैं.
पूर्वी एशिया के देशों के साथ रिश्तेको लेकर भारत गंभीर है. उन्होंने कहा कि हमने साथ मिलकर आगे बढ़ने के लिए मिलकर कदम उठाए हैं. प्रधानमंत्री ने स्वागत के लिए आसियान के देशों को धन्यवाद दी. पूर्व की तरह भारत की यात्रा म्यांमार से ही शुरू होती है. इस्ट एशिया समिट के लिए शुभकामनाएं.
10 देशों का समूह है आसियान, भारत है विशेष आमंत्रित सदस्य
पूर्वी एशिया के दस देशों ने एकसाथ मिलकर एक समूह का निर्माण किया, इसे ही आसियान कहा जाता है. 1967 में बना आसियान दक्षिण पूर्व एशिया में शांति और स्थिरता के लिए काम करता है. इसके साथ ही ये सभी आपसी व्यापार को बढावा देने के लिए भी प्रयत्नशील रहते हैं.
आसियान में जो दस देश शामिल हैं वे हैं ब्रुनेई दारुसलेम, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाव पीडीआर, मलेशिया, म्यांमार, फिलिपिंस, सिंगापुर, थाइलैंड और वियतनाम. भारत इस दश नामों में शामिल नहीं है, लेकिन आसियान की ओर से भारत को विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है. पीएम मोदी आज 12वें आसियान-भारत सम्मेलन में शामिल हुए और आसियान देशों को संबोधित किया.
10 दिनों में प्रधानमंत्री मोदी करेंगे तीन देशों का दौरा, मिलेंगे 40 बडें नेताओं से
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 10 दिवसीय विदेश यात्रा के दौरान म्यांमार में आसियान सम्मेलन में शामिल होने के बाद ऑस्ट्रेलिया जायेंगे. ऑस्ट्रेलिया में मोदी G-20 की बैठक में भाग लेंगे. सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी इससे इतर ऑस्टेलियाई पीएम टोनी एबॉट से बातचीत करेंगे और परमाणु ऊर्जा के संबंध में बातचीत करेंगे.
वहीं G-20 में मोदी वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे और सभी विकसित देशों के साथ अपने व्यापारिक संबंधों पर जोर दे सकते हैं. मोदी इस विदेश दौरे के दौरान फिजी का भी दौरा करेंगे और वहां भी आपसी सहयोग पर वार्तालाप करेंगे. इस पूरे दौरे में मोदी विभिन्न देशों के लगभग 40 बड़े नेताओं से बातचीत कर सकते हैं.