क्वालालंपुर : अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मलेशिया के 50 दिनों से लापता विमान का पता लगाने में ताजा मदद की आज पेशकश की जबकि हिन्द महासागर में तलाशी क्षेत्र के 95 प्रतिशत भाग की छानबीन करने के बावजूद रोबोट वाली लघु पनडुब्बी किसी भी तरह के मलबे का पता लगाने में विफल रही. मलेशिया एयरलांइस के गत आठ मार्च को लापता हुए विमान एमएच 370 का पता लगाने के लिए मलेशियाई प्रयासों की अगुवाई कर रहे कार्यवाहक परिवहन मंत्री हिशामुद्दीन हुसैन ने कहा कि उनकी यहां सरकारी यात्र पर पहुंचने के बाद ओबामा से संक्षिप्त बातचीत हुई. इस लापता विमान में 239 लोग सवार थे.
हिशामुद्दीन ने कहा, ‘‘उन्होंने कहा कि वह जानते हैं कि आगे बहुत कठिन एवं लंबा मार्ग है. हम मिलकर काम करेंगे. हमेशा से सहयोग बना रहा है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह सुनकर बेहद खुश हूं क्योंकि यह एक लंबी यात्र है.’’ ओबामा तीन दिन की मलेशिया यात्रा पर पहुंचे हैं. उनका स्वागत शाह अब्दुल्ला हलीम मुअदजाम शाह एवं प्रधानमंत्री नजीब रजाक ने किया.
अमेरिकी राष्ट्रपति एशिया के चार देशों की यात्रा के तीसरे चरण में हैं. इसमें पहले वह जापान एवं दक्षिण कोरिया जा चुके हैं और वह सोमवार को फिलीपीन पहुंचकर अपनी यात्र संपन्न करेंगे. बीजिंग जा रहा 777-200 बोइंग विमान क्वालालंपुर से उडान भरने के बाद अपना रास्ता भटककर एकाएक गायब हो गया. इस विमान में पांच भारतीय सहित 239 लोग सवार थे.