वाशिंगटन : मैक्सिको के विदेश मंत्री लूइस विदेगरेय ने कहा है कि मैक्सिको अमेरिका के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने के लिए वार्ता करने का इच्छुक है लेकिन सीमा पर दीवार निर्माण के लिए भुगतान करने की बात का तो कोई मतलब ही नहीं है. ट्रंप ने अपने चुनावी वादे को पूरा करते हुए अधिकारियों को दोनों देशों की सीमा पर 3 हजार 200 किलोमीटर लंबी दीवार की रुपरेखा तैयार करने और निर्माण शुरू करने के आदेश बुधवार को दिए. इसके बाद व्हाइट हाउस ने दीवार की लागत पूरी करने के लिए मैक्सिको से आयात होनी वाली वस्तुओं पर 20 प्रतिशत कर लगाने का सुझाव दिया था, लेकिन बाद में इससे पीछे हटते हुए इसे महज एक सुझाव करार दिया.
विदेगरेय ने गुरुवार को कहा कि इस तरह के किसी भी कर से अमेरिकियों को ही नुकसान पहुंचेंगा. उन्होंने कहा, ‘‘ एवोकाडो, वाशिंग मशीन, टीवी जैसी अनेक वस्तुएं जो वहां मंहगी हैं उन्हें उत्तर अमेरिका के लोग यहां से खरीदना पंसद करते हैं, तो उन्हें ये वस्तुएं ज्यादा मंहगी पडेंगी.’ उन्होंने कहा कि वह अमेरिकी उपभोक्ता ही होंगे जिन्हें ज्यादा पैसा देना होगा.
मैक्सिको के विदेश मंत्री गुरवार को व्हाइट हाउस में थे और अपने राष्ट्रपति एनरीक पेना नीटो के यहां आगमन के लिए बातचीत के मकसद से आए थे तभी उन्हें ट्रंप के उस ट्वीट की जानकारी हुई जिसमें कहा गया था कि अगर मैक्सिको दीवार बनाने के लिए सहमत नहीं है तो राष्ट्रपति को अपनी यात्रा स्थिगित कर देनी चाहिए. इसके बाद नीटो ने टवीट कर व्हाइट हाउस को बता दिया कि वह कार्यकारी बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे.
विदेगरेय ने कहा,‘‘ हम यह मानते हैं कि यह ट्रंप और उनकी सरकार के साथ नए संबंधों की शुरुआत है, हम यह भी मानते हैं जैसा नीटो ने कहा है कि हम बातचीत के लिए तैयार हैं, हमारी प्राथमिकताएं और उद्देश्य स्पष्ट हैं.