सूडान के एक छात्र ने बंगलुरू की एक महिला के ऊपर कार चढ़ा दी थी. फिर तंज़ानिया के एक छात्र के साथ मारपीट की गई थी. यह तस्वीर है तंज़ानिया के मिसाना की जो बंगलुरू में रहते हैं.
अफ़्रीकियों पर हुए कुछ हमलों के बाद भारत के अलग अलग शहरों में रह रहे अफ़्रीकियों में डर का माहौल था. यह तस्वीर चाड के वांडो की है, जो बंगलुरू में ही रहते हैं.
भारत में रह रहे अफ़्रीकी समुदाय के लोग फिलहाल किस हालत में यह जानने के लिए फ़ोटो पत्रकार महेश शांताराम ने कई शहरों का दौरा किया. ये हैं बंगलुरू में ही रह रही मालावी की विटू.
महेश ने अफ़्रीकी समुदाय से लोगों के आम जीवन से जुड़ी कुछ तस्वीरें अपने कैमरे में क़ैद कीं. तंज़ानिया के प्रोस्पर बंगलुरू के अपने मकान की छत पर.
नाइजीरिया के हमज़ा और शकुरा राजस्थान के जयपुर शहर में रहते हैं. महेश शांताराम ने अपनी तस्वीरों में ज़्यादातर भारत में रह रहे अफ़्रीकी छात्रों को क़ैद किया है.
दक्षिण अफ़्रीका की चैरिटी और उनके मित्र कर्नाटक के मणिपाल में रहते हैं. शांताराम के मुताबिक़ अफ़्रीकी छात्र बहुत छोटे और कमज़ोर समूहों में रहते हैं.
नाइजीरिया के अमीनो जयपुर में रहते हैं.
जयपुर में ही रहने वाले नाइजीरिया के अब्दुल करीम.
नाइजीरिया के ओला और जैसन दिल्ली में रहते हैं.
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