शाहिद आफ़रीदी का कहना है कि क्रिकेट में जिस स्तर के खिलाड़ियों की डिमांड है वो पाकिस्तान के पास नहीं है.
बीबीसी उर्दू के साथ एक इंटरव्यू में जब पूछा गया कि टीम सेलेक्शन में मेरिट को कितनी अहमियत दी जाती है, तो आफ़रीदी का कहना था, "जिस तरीक़े का टैलेंट इस वक़्त सामने आ रहा है और जिसके हवाले से हम बहुत सी बातें करते हैं कि पाकिस्तान में बड़ा टैलेंट है. सॉरी पाकिस्तान में अभी वो टैलेंट नहीं है जिस लेबल के क्रिकेट की डिमांड है खिलाड़ियों की."
इस बात पर कि उन्हें पाकिस्तान क्रिकेट टीम में अगर न चुना गया उनका कहना था कि नो इशू. यानी ये उनके लिए कोई मायने नहीं रखेगा.
बीबीसी ने जब आफ़रीदी के पूछा कि पाकिस्तान महिला क्रिकटे टीम को बहेतर बनाने के लिए क्या किया जाना चाहिए, उन्होंने कहा कि पहले मर्दों की टीम को तो ठीक कर लें.
उनका कहना था कि जब मर्दों के लिए ही सहूलियत मुहैया नहीं है तो ज़रा सोचें औरतें किन हालात का सामना कर रही होंगी.
अपनी रिटायरमेंट पर एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वो पहले चाहते थे कि एक अच्छी टीम बनाकर रिटायर हों. लेकिन ऐसा नहीं हो सका.
उनका कहना था कि एक खिलाड़ी की हैसियत से वो दूसरे पाकिस्तानी खिलाड़ियों से बहुत बेहतर हैं.
उन्होंने ये भी कहा कि पाकिस्तानी क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड में बहुत सुधार हो सकता है लेकिन वो इसके बारे में कुछ कहेंगे तो उन्हें नोटिस मिल जाएगा.
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