ढाका में सुरक्षा बल उस कैफ़े में घुस गए हैं जिसपर शुक्रवार को हमला हुआ था.
समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक़ शनिवार सुबह गुलशन इलाक़े के होले आर्टिज़न बेकरी में भारी गोलीबारी हुई है.
यह गोलीबारी बांग्लादेशी सुरक्षा बलों व चरमपंथियों के बीच हुई बताई जा रही है.
इस हमले में जैसे तैसे जान बचाकर निकलने वाले रेस्त्रां कर्मचारी सुमौन रेज़ा के अनुसार बेकरी में 20 विदेशी नागरिकों समेत कम से कम 35 लोग फंसे हुए हैं.
रेज़ा के साथ 10 लोग भी जान बचाने में सफल हुए हैं.
स्थानीय टीवी चैनलों के अनुसार रेस्क्यू आॅपरेशन सुबह 7:40 पर शुरू हुआ है.
इस आॅपरेशन में स्वचलित हथियारों के साथ सेना के जवान लगभग सात हथियारबंद वाहनों के साथ मौजूद हैं.
स्थानीय मीडिया के अनुसार एक अर्जेण्टीनी और दो बांग्लादेशी नागरिकों को शनिवार सुबह रेस्त्रां से बाहर निकाल लिया गया है लेकिन इनकी स्थिति को लेकर कोई भी सूचना उपलब्ध नहीं है.
घटनास्थल पर पत्रकारों का प्रवेश निषेध है.
ये कैफ़े शहर के गुलशन इलाक़े में मौजूद है और इलाक़े में दूतावास भी हैं.
इटली की मीडिया के अनुसार ढाका में तैनात इतालवी राजदूत का कहना है कि इनमें सात उनके देश के नागरिक हैं.
अन्य मीडिया रिपोर्टों में बंधकों में पांच जापानी नागरिक भी बताए जा रहे हैं.
विशेष पुलिस बल रेपिड एक्शन बटालियन के प्रमुख बेनजीर अहमद ने कुछ देर पहले कहा था, "हमारी प्राथमिकता अंदर फंसे लोगों को बचाना है."
उन्होंने कहा, "हम इसे शांतिपूर्वक ख़त्म करना चाहते हैं." हमलावरों से बातचीत की कोशिश भी हुई थी.
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि गोलीबारी में दो पुलिस अफसरों की मौत हो गई है जबकि 30 अन्य घायल हैं.
जेहादी गतिविधियों पर आॅन लाइन नज़र रखने वाले एसआईटीई इंटेलिंजेंस ग्रुप के अनुसार चरमपंथी संगठन इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की ज़िम्मेदारी ली है.
संगठन की न्यूज़ एजेंसी ‘अमाक’ की वेबसाइट पर जारी बयान में गया है कि चरमपंथियों ने ऐसे रेस्त्रां को निशाना बनाया है जहां अकसर विदेश लोग आते हैं.
हमलावरों की तादात आठ से नौ बताई जा रही है. पुलिस ने इलाक़े को सील किया हुआ है.
बताया जा रहा है कि हमले का निशाना बना कैफ़े विदेशी नागरिकों में काफ़ी चर्चित है.
ढाका में अमरीकी दूतावास ने ट्वीट किया है, "गोलीबारी और बंधक बनाए जाने की ख़बरें."
बीबीसी के ढाका ब्यूरो के संपादक वलीउर्रहमान के मुताबिक़ हमला राजधानी ढाका के राजनयिक इलाक़े में हुआ है.
एक पुलिस अधिकारी ने बीबीसी को बताया है कि गोलीबारी शाम साढ़े आठ बजे शुरू हुई .
ये हमला हाल के महीनों में हुई कई हत्याओं के बाद हुआ है.
अल्पसंख्यक और धर्मनिरपेक्ष ब्लॉगरों की इन हत्याओं के पीछे संदिग्ध इस्लामी चरमपंथी बताए जाते हैं.
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