इंटरनेट डेस्क
चीन जिस तरह से अपनी ताकत में लगातार इजाफा कर रहा है, वह दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका सहित दूसरे देशों के लिए चिंता की बात बनी हुई है. दरअसल, चीन अपने उस स्वप्न को साकार करना चाहता है, जब पूरी दुनिया में अमेरिका के बदले उसका दबदबा हो. इस उद्देश्य की पूर्ति की एक अहम कड़ी है, उसके द्वारा दक्षिण चीन सागर में कृत्रिम समुद्री द्वीप तैयार करना. हद तो तब हो गयी, जब हाल में बीबीसी न्यूज की एक टीम को चीन की नैवी ने विमान से उस स्थल का मुआयना करने पर चेतावनी दी और वहां से हट जाने को कहा, जबकि बीबीसी की टीमअसैन्यविमानपर और अंतरराष्ट्रीय सीमा में थी. बीबीसी की टीम आस्ट्रेलियन विमान पर थी, ऐसे में आस्ट्रेलिया से चीन की नेवीको संदेश भेजा गया किउसकाविमान अंतरराष्ट्रीय वायु सीमा में उड़ान भर रहा है और वह उन्हें नहीं रोक सकता.
बीबीसी की टीमने एक आस्ट्रेलियन एयरक्राफ्ट से फिलिपींसके पलावन टापू सेउड़ानभरी थी.वहटीम मिसचीफरीफ से 12 नॉटिकल मीलदूरथी, तभी उन्हें यह चेतावनीदी जाने लगी. यह वीडियो बीबीसी ने अपने न्यूज बुलेटिन में एक दिन पहले ही दिखाया है. इस वीडियो में साफ तौर पर दिख रहा है कि चीन उस कृत्रिम द्वीप में भारी मात्रा में निर्माण कार्य कर रहा है. वहां पर सीमेंटका कारखाना है, विमानों के उतरने के लिए रनवे व बड़ी मात्रा में निर्माण कार्य हो रहा है.जबकिसाल भर पहले यहां ऐसा कुछ भी नहीं था.
चीन ने वहां ऐसा रनवे बनाया है, जिसमें सेना के विमान आसानी से उतर सकें. इससे इस बात का संकेत मिलता है कि चीन ने वह कृत्रिम द्वीप समुद्र में अपना एक सैन्य कैंप तैयार करने के लिए ही बनाया है, ताकि वहां से वह दूसरे देशों की निगरानी व नियंत्रण कर सके. उसकेइस कदम ने अमेरिका सहित दूसरे प्रमुख देशों की चिंताएं बढ़ा दी हैं, लेकिन अब उसे रोकना में काफी विलंब भी हो चुका है. यह सर्वज्ञात है कि दक्षिण चीन सागर को लेकर अमेरिका से उसके पुराने विवाद रहे हैं. चीन दक्षिण चीन सागर के जिन क्षेत्रों को अपना बताता है, उसे दूसरे देश अंतरराष्ट्रीय सीमा मानते हैं.
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने पिछले एक साल में दक्षिण चीन सागर में सात द्वीप व तीन हवाई पट्टी तैयार किये हैं.