आसनसोल: पाइथन जो एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है. जिससे प्रोग्रामिंग और भी जल्द की जाती है. जो फीडबैक जल्दी देता है. कम मैंटेनेंस पर बेहतर काम करता है. इसे सीबीएसइ लागू कर रही है. सीबीएसइ के कंप्यूटर साइंस के स्टूडेंट्स के लिए सी++ अनिवार्य नहीं रहेगा. वे चाहें तो सीबीएसइ के नये विकल्प यानी पाइथन की पढ़ाई कर सकते हैं.
यह एक नया लैंग्वेज है. सीबीएसइ ने कंप्यूटर साइंस के स्टडी मेटेरियल में बदलाव किया है. सी++ की यूनिट को पाइथन से रिप्लेस किया गया है. अधिक जानकारी के लिए स्टूडेंट्स सीबीएसइ के वेबसाइट पर जाकर पूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं. इस बाबत सीबीएसइ ने एक निर्देश जारी किया है कि वे कोई भी प्रिंटेड स्टडी मेटेरियल नहीं भेजेंगे.
पाठय़क्रम में बदलाव
सीबीएसइ ने क्लास 11 वीं के पाठय़क्रम में थोड़ा बदलाव किया है. क्लास 11 वीं के 2013-2014 सत्र में कंप्यूटर साइंस विषय में सी ++ के बदले पाइथन इंट्रोडयूस किया गया है. शिक्षकों व छात्रों की सुविधा के लिए स्कूलों में 11 वीं में सी++ की पढ़ाई जारी रहेगी 2013-2014 सेशन में स्टूडेंट्स सी++ की जगह पाइथन पढ़ सकते हैं. अगर सी++ लैंग्वेज लेते हैं तो चार यूनिट पढ़ना होगा.
इसमें कंप्यूटर फंडामेंटल, इंट्रोडक्शन टू सी++ व प्रोग्रामिंग मैथडोलॉजी शामिल है. यदि स्टूडेंट्स पाइथन लैंग्वेज लेते हैं तो उन्हें फंडामेंटल ऑफ कंप्यूटर, प्रोग्रामिंग मैथडोलॉजी, इंट्रोडक्शन टू पाइथन, प्रोग्रामिंग इन पाइथन पढ़ना होगा. सेशन 2014-2015 यानी 12 वीं के स्टूडेंट्स सी++ लेते हैं, तो उन्हें ऑबजेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग इन सी++, डाटा स्ट्रक्चर, डाटा बेस्ड मैंनेजमेंट सिस्टम एंड एसक्यूएल, बूलियन अलजेबरा व नेटवर्किंग एंड ऑपेन सोर्स सॉफ्टवेयर पढ़ना होगा. वहीं अगर वे पाइथन लेंगे तो प्रोग्रामिंग वीथ पाइथन, ऑबजेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग वीथ पाइथन, डाटा बेस्ड एंड एसक्यूएल, बूलियन अलजेबरा व कम्यूनिकेशन टेक्नालॉजी की पढ़ाई करनी होगी.
(नोट : 2012- 2014 बैच के लिए यह कोर्स नहीं है.)