पेरिस : फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने पेरिस हमलों के लिए इस्लामिक स्टेट संगठन को जिम्मेदार ठहराया है जिसमें कम से कम 128 लोग मारे गए हैं. उन्होंने इन्हें युद्ध के कृत्य बताया. ओलांद ने कहा कि शहर में कल रात हुए हमले ‘युद्ध के कृत्य’ हैं…जिन्हें एक आतंकवादी सेना, इस्लामिक स्टेट ने फ्रांस के खिलाफ अंजाम दिया. उन्होंने पेरिस हमले के बाद तीन दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की.
इन हमलों में कम से कम 128 लोगों की मौत होगयी और 200 से अधिक घायल हो गए. उनमें से कई की हाल गंभीर बतायी जा रही है.उधर,सीरिया के राष्ट्रपति बसर अल असद ने कहा है किपेरिसमें हुआ आतंकी हमला फ्रांसकी सीरियापॉलिसी कापरिणाम है.
पेरिस हमले में कम से कम 128 मरे, 100 गंभीर
फ्रांस की राजधानी पेरिस में कंसर्ट हॉल, रेस्तरां और राष्ट्रीय खेल स्टेडियम को निशाना बनाकर बंदूकधारियों और आत्मघाती हमलावरों ने हमले किए जिनमें कम से कम 128 लोगों की मौत होगयी. हालांकि कुछ दूसरे स्रोतों से आ रही खबरों के अनुसार, अबतक 153 लोगों की मौत हाे चुकी है. इस्लामिक स्टेट ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली है.
फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलोंद ने इन आतंकी हमलों के लिए इस्लामिक स्टेट यानी आइएस को जिम्मेदार ठहराया है और बिना किसी दया के जवाबी हमला करने का संकल्प लिया है. ओलोंद ने इन हमलों को ‘युद्ध की कार्रवाई’ करार दिया.
आपात सुरक्षा बैठक के बाद ओलोंद ने तीन दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया और देश की सुरक्षा को सबसे उच्चतम स्तर पर ले जाने की बात कही.
पेरिस में इन जघन्य हमलों को अंजाम देनेे वाले कम से कम आठ आतंकवादियों ने आत्मघाती बेल्ट लपेट रखा था. उन्होंने पेरिस की सड़कों पर खून-खराबा मचाया. साल 2004 के मैड्रिड ट्रेन बम धमाकों के बाद यूरोप में यह अब तक का सबसे जघन्य हमला है.
सबसे भयावह जनसंहार पूर्वी पेरिस में स्थित एक कंसर्ट हॉल बाताक्लां में हुआ, जहां एक अमेरिकी रॉक बैंड को प्रस्तुति देनी थी. हाथों में एके-47 लिए हुए और ‘अल्लाहू अकबर’ बोलते हुए चार हमलावर कंसर्ट हॉल में घुसे और कम से कम 82 लोगों की हत्या कर दी तथा कई लोगों को बंधक भी बनाया.
रेडियो प्रस्तोता पीयरे जनांसजाक ने कहा, ‘‘उन्होंने गोलीबारी नहीं रोकी. उस वक्त हर तरफ खून और लाशें बिखरी हुई थीं. हर कोई भागने कर कोशिश कर रहा था.’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उनको स्पष्टरूप से यह कहते हुए सुना कि ओलोंद की गलती है, यह तुम्हारे राष्ट्रपति की गलती है, उनको सीरिया में दखल नहीं देना चाहिए.’ इस्लामिक स्टेट ने ऑनलाइन एक बयान जारी कर कहा कि ‘विस्फोटकों वाली बेल्ट पहनकर और रायफल लेकर आठ भाइयों ने आक्रमणकारी फ्रांस पर हमला किया है. ‘ मारे गए 128 लोगों में आठ हमलावर शामिल नहीं हैं. फ्रांस में पहली बार आत्मघाती हमलावरों ने हमले किए है. इन हमलों में कम से कम 250 लोग घायल हो गए जिनमें 100 की हालत गंभीर है.
पेरिस में हुए सिलसिलेवार हमलों में कंसर्ट जाने वाले लोगों, फुटबॉल प्रेमियों और लोकप्रिय रात्रि स्थलों पर शुक्रवार की रात का लुत्फ उठाने वाले लोगों को निशाना बनाया गया.
स्ताद दी फ्रांस नेशनल स्टेडियम के नजदीक कम से कम दो विस्फोट सुने गए जहां फ्रांस और जर्मनी के बीच दोस्ताना फुटबॉल मैच चल रहा था. इस दौरान वहां फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद भी मौजूद थे.
हमलों के बाद ओलांद ने आपात स्थिति की घोषित कर दी और घोषणा की कि वह देश की सीमाओं को बंद कर रहे हैं.
पेरिस में आतंकी हमलों के मद्देनजर खुफिया एजेंसियों के अलर्ट के बाद दिल्ली में, खासकर फ्रांसीसी दूतावास, सरकारी इमारतों और अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर सुरक्षा बढा दीगयी है.
दिल्ली में डिप्लोमैटिक एंक्लेव और इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे, रेलवे स्टेशनों, मेट्रो नेटवर्क और बस अड्डों सहित अन्य महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा विशेष तौर पर चाक चौबंद की गयी है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि शहर के प्रसिद्ध होटलों, मॉल्स और बाजारों में तथा आसपास सतर्कता बरती जा रही है.
शहर में भीड़भाड़ वाले बाजारों में तथा इनके आसपास और लुटियंस जोन स्थित कार्यालय परिसरों की सुरक्षा कड़ी की जा रही है जहां कई मंत्रालय स्थित हैं.
शाम में एएफपी ने खबर दी है कि पेरिस हमले के बाद 300 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें 80 की हालत बेहद नाजुक है. उधर, हमले के बाद पेरिस के मशहूर एफिल टॉवर को बंद कर दिया गया है.