बिहारशरीफ: आज तो नालंदा ने कमाल कर दिया. चुनाव का नतीजा तो आठ को आयेगा. लेकिन आठ के बाद उनका क्या होगा. आज की सभा की भीड़ के बारे में सुन कर तांत्रिक नीतीश जी का क्या होगा! ये बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहारशरीफ के हवाई अड्डा मैदान में महती सभा को संबोधित करते हुए कहीं.
उन्होंने अपना संबोधन मगही भाषा में शुरू करते हुए कहा कि ‘ज्ञान की ई भूमि को नमन कर रहलिए हे. ई बुद्ध, महावीर व मखूदम बाबा के पत्रित भूमि हैय, ई धरती पर आकर हम गौरव के महसूस कर रहलिए हैं.’ उन्होंने आगे कहा कि यह माहौल सिर्फ चुनाव में विजय का माहौल नहीं है. यह माहौल नीतीश व लालू को पराजित करने व सोनिया मैडम को दर्पण दिखाने का है, जिन्होंने बिहार का 60 साल बरबाद कर दिया है. उन्हें सबक सिखाने का है.
अब तो नीतीश जी को सिर्फ तांत्रिक ही बचा सकते हैं. मैं तो कहूंगा कि नीतीश जी बिहार को तांत्रिक नहीं, यहां के नौजवान ही बचा सकते हैं. बिहार को बचाने के लिए जंतर मंतर की जरूरत नहीं है. बिहार में करीब 30 साल से अगड़े-पिछड़े की राजनीति हो रही है. बिहार में जहर घोलने का काम किया जा रहा है. आज पूरे विश्व में हिंदुस्तान का डंका बज रहा है. इसका श्रेय मोदी को नहीं बल्कि हिंदुस्तान के सवा सौ करोड़ लोग हैं. एक तरह जंगल राज की बात हो रही है. दूसरी तरह विकास की बात हो रही है. बड़े और छोटे भाई ने महागंठबंधन बनाया है. यह गंठबंधन महा स्वार्थी का गंठबंधन है. इस महा स्वार्थ गंठबंधन के पहले तीन खिलाड़ी थे लालू, नीतीश व सोनिया मैडम लेकिन अब पता चला है कि इस महा स्वार्थ गंठबंधन के चौथे खिलाड़ी भी हैं तांत्रिक.
इस आवाज से उनकी नींद हराम होने वाली है. आप जितना कीचड़ उछालोंगे, कमल उतना ही खिलेगा. सभा का संचालन इस्लामपुर के पूर्व विधायक राजीव रंजन ने किया. इस मौके पर नालंदा, राजगीर, इस्लामपुर, हिलसा, हरनौत, अस्थावां, बिहारशरीफ, बख्तियारपुर व मोकामा के एनडीए प्रत्याशी सहित बड़ी संख्या में एनडीए के कार्यकर्ता मौजूद थे.
नमो के नेतृत्व में ही होगा विकास : राजीव
बिहारशरीफ. इस्लामपुर के पूर्व विधायक राजीव रंजन ने कहा कि नमो के नेतृत्व में ही बिहार का विकास संभव है.छोटे भाई-बड़े भाई ने बिहार को जात-पात में बांटने का काम किया है. वे बिहार के विकास की बात छोड़ कर ओझा गुणी में लगे हैं. श्री रंजन रविवार को स्थानीय हवाई अड्डा मैदान में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए ये बातें कही. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के मार्ग दर्शन में बिहार विकसित राज्यों की श्रेणी में आयेगा. केंद्र व राज्य में एक ही पार्टी की सरकार होने से विकास को गति देने में मदद मिलेगी.आज की यह सभा ने बिहार की तकदीर लिख दी है.अब छोटे भाई व बड़े भाई के दकियानुसी बातों में सूबे की जनता आने वाली नहीं है.लोगों का मूड बता रहा है कि बिहार में एनडीए की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनने जा रही है. प्रधानमंत्री के बिहार के विकास के लिए सवा सौ करोड़ रुपये का पैकेज दिया है, मगर सूबे के मुखिया इसे लेने से इनकार कर रहे हैं.यह कोई दान नहीं है,बल्कि बिहार के लोगों का हक है. कांग्रेस की सरकार ने मुख्यमंत्री को केवल झूठा आश्वासन दिया,जबकि पीएम नरेंद्र मोदी ने उसे हकीकत में बदला. बिहार के लोग विकास पसंद लोग हैं.
महांगठबंधन की तीन पहचान : दंभ, दंगा व दमन
पीएम ने कहा िक 8 वीं शताब्दी का सोच लेकर 21 वीं शताब्दी का बिहार नहीं बनाया जा सकता. बिहार को 18 वीं शताब्दी की सोच को मिटाना है. हमें तंत्र मंत्र नहीं कंप्यूटर चाहिए. अगड़े-पिछड़े का कलंक मिटाना है. लालू जी को नीतीश द्वारा लिखे पत्र का उल्लेख करते हुए पीएम ने कहा कि नीतीश जी लालू को पत्र लिखा था. जिसमें लालू जी पर गंभीर आरोप लगाये गये थे. इससे बढ़ कर और क्या साबूत हो सकता है. उन्होंने कहा कि इस महा गंठबंधन की तीन पहचान हैं. दंभ, दंगा और दमन. पीएम ने कहा कि हमारा छह सूत्री कार्यक्रम है. बिहार के विकास के लिए तीन सूत्री और परिवारों की भलाई के लिए तीन सूत्र हैं. बिजली, पानी, सड़क, पढ़ाई, कमाई और दवाई. नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा कि लोक तांत्रिक नीतीश जी बाहरी, बाहरी का रट लगाते रहते हैं. मैं नीतीश व लालू से पूछता चाहता हूं कि हमारे बिहार के नौजवानों को बाहर जाने के लिए किसने मजबूर कर दिया. हम बिहार के नौजवानों को बाहरी बनने नहीं देना चाहते हैं. पीएम ने कहा कि 25 साल के कुशासन को हटाने के लिए एकमुश्त एनडीए को वोट दीजिए. उन्होंने कहा कि हिमालय से बर्फ गिरती है तो बिहार में ठंड आनी शुरू हो जाती है.
दो दिन पहले हिमाचल के गोद में बसे लेह लद्दाख में निकाय चुनाव में भाजपा की जीत हुई है. हिमालय से आये इस बहार का बिहार में असर होना लाजिमी है. बड़े भाई कहते हैं कि नमो को काले कबूतर काट कर वे मिर्च का धुंआ देकर भगायेंगे और मारेंगे. क्या चुनाव जीतने के लिए कबूतर मारने और मिरची का धुंआ दोगे. यह नालंदा की धरती की आवाज है.