रांची: ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बेचना चाहते हैं. जिस तरह ईस्ट इंडिया कंपनी ने यहां के लोगों को चाय जैसा जहर पिला कर लूटने का काम किया, वैसे ही मोदी देश को निजी घरानों के हाथों में गिरवी रख कर बेचना चाह रहे हैं.
उक्त बातें सिने अभिनेता सह कांग्रेसी नेता राज बब्बर ने एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत के क्रम में कही. उन्होंने कहा: देश की जनता उनके मंसूबों पर पानी फेर देगी. जनता मोदी के झूठे वायदों को देख चुकी है. उन्होंने जितने भी वायदे किये हैं, उनमें से कोई भी वायदे अब तक पूरे नहीं हुए हैं. सिर्फ हर जगह चाय बेचने की बातें करते हैं.
मोदी कोई बड़ा कलाकार नहीं
श्री बब्बर ने कहा कि मोदी कोई बड़ा कलाकार नहीं हैं, जो उसका गुणगान किया जाये. जब उनसे पूछा गया कि क्या आपने मोदी को मदारी कहा, तो उन्होंने कहा कि ऐसा कहने की जरूरत ही क्या है. वे तो कोई बड़ा कलाकार नहीं हैं, जो उनकी नामों को जुबान पर लाया जाये. उन्होंने कहा कि देश में कोई मोदी फोबिया नहीं है. मोदी अपना ध्यान हटाने के लिए इधर-उधर की बातें करते हैं.
राज्य में कांग्रेस बड़ी पार्टी के रूप में उभरेगी
उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस बड़ी पार्टी के रूप में उभरेगी. यहां कांग्रेस के नेतृत्व में सरकार बनेगी. उन्होंने सुबोधकांत सहाय का खुला समर्थन करते हुए कहा कि श्री सहाय न सिर्फ राज्य, बल्कि देश के कांग्रेस में एक बड़े नामों में आते हैं. खुशी है कि उनके नेतृत्व में पार्टी बेहतर प्रदर्शन करेगी. राज्य के युवा, किसान, मजदूर सहित अन्य का झुकाव कांग्रेस की ओर है. हमनें जहां-जहां सभायें की, अप्रत्याशित भीड़ हमें देखने को मिली. कांग्रेस को जम्मू में भी अप्रत्याशित सफलता मिलेगी. केंद्रीय नेतृत्व का ध्यान राज्य से ज्यादा जम्मू में है.भाजपा जम्मू में जहर घोलने का काम कर रही है. बुधवार को देश का संविधान दिवस है. हमलोग संविधान को बचाने के लिए कृत संकल्पित हैं.
मोदी मदारी हैं : सहाय
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि मोदी मदारी हैं. जिस तरह मदारी डुगडुगी बजा कर भीड़ इकठ्ठा करता है और तमाशा दिखाता है. इसके बाद हाथ में एक पुड़िया थमा कर चला जाता है. जब उस पुड़िया को खोला जाता है, तो उसमें कुछ नहीं निकलता है. ठीक उसी तरह मोदी यह कारनामा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रथम चरण के हुए मतदान में कांग्रेस व उसके गंठबंधन को बेहतर सफलता मिलेगी.