इसराइली प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू ने कहा है कि कोई भी अंतरराष्ट्रीय दबाव उनके देश को ‘ग़ज़ा के चरमपंथियों के ख़िलाफ पूरी ताक़त से कार्रवाई करने से नहीं रोक सकता’.
उन्होंने कहा कि जब तक ग़ज़ा से होने वाले रॉकेट हमले नहीं रुकेंगे तब तक ग़ज़ा पर इसराइल के हवाई हमले तेज़ होते रहेंगे.
इस बीच ग़ज़ा में होने वाली इसराइल की कार्रवाई में मरने वाले फ़लस्तीनियों की संख्या 105 हो गई है जिनमें आम लोग और बच्चे भी शामिल हैं.
संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार आयुक्त नवी पिल्लई ने कहा है कि इसराइल के सैन्य अभियान से अंतरराष्ट्रीय क़ानून का हनन हो सकता है.
‘अच्छी बातचीत’
नेतन्याहू ने कहा कि उनकी अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और जर्मन चांसलर एंगेला मर्केल से टेलीफ़ोन पर ‘अच्छी बात’ हुई है, लेकिन कोई भी दबाव ‘हमें पूरी शक्ति के साथ कार्रवाई करने से नहीं रोक सकता है.’
इस बीच ग़ज़ा पट्टी से इसराइल में रॉकेट हमले हो रहे हैं जिनसे संपत्ति को नुकसान होने के अलावा कई लोग घायल भी हुए हैं.
वहीं फ़लस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इसराइल की कार्रवाई में मारे गए लोगों के अलावा 675 लोग घायल भी हुए हैं.
इसराइल का कहना है कि मरने वाले लोगों में ‘दर्जनों चरमपंथी’ शामिल हैं.
दोनों पक्षों में ताज़ा संकट की वजह पिछले दिनों अग़वा हुए तीन इसराइली युवक बने जिनके बाद में शव मिले. इसके बाद एक फ़लस्तीनी युवक को अगवा कर उसकी हत्या कर दी गई.
अमरीका ने दोनों पक्षों के बीच संघर्ष-विराम कराने की पेशकश रखी है, लेकिन हालात लगातार बिगड़ रहे हैं.
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