दुनिया में सबसे अधिक धूम्रपान की दर पूर्वी तिमोर में है जहाँ लगभग दो तिहाई लोग आदतन धूम्रपान करते हैं.
दक्षिण पूर्व एशिया के सबसे गरीब देशों में से एक यह देश क्यों तंबाकू का इतना आदी है?
दरअसल तंबाकू पूर्वी तिमोर के जीवन का हिस्सा है. बाज़ार के अंदर अंधेरी गलियों में घूमते हुए और बेचने के लिए रखे गए टमाटर, आलू, स्क्वैश और सेम के बड़े करीने से खड़े किए गए ढेर के बीच भी कच्चे तंबाकू की गंध हवा में घुली हुई मिलेगी.
दुनिया भर में धूम्रपान करने वाले एक अरब हुए
अधिकांश सिगरेटों के एक पैकेट का दाम लगभग 60 रूपए से कम है. छाता लगाए दुकानों के नीचे विभिन्न ब्रांडों के लोगो जैसे एल. ए. और विंटे ई ट्रेस के साथ ये सिगरेट बिकते नज़र आ जाएंगे.
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सभी सिगरेटों पर स्वास्थ्य चेतावनी रहती है लेकिन ये धूम्रपान करने वालों के लिए कोई मायने नहीं रखता. यहाँ की लगभग आधी वयस्क आबादी पढ़ नहीं सकती हैं.
राजधानी डिली में प्रतिष्ठित मार्लबोरो का विज्ञापन अभी भी दुकानों के ऊपर लगा दिख जाएगा, जबकि अधिकांश देशों में विज्ञापन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
अमरीकन मेडिकल एसोसिएशन के एक जर्नल के मुताबिक़, 33 फ़ीसदी पूर्वी तिमोर की आबादी हर दिन धूम्रपान करती हैं. धूम्रपान करने वाले पुरूषों की आबादी 61 फ़ीसदी है जो दुनिया में सबसे ज़्यादा है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के स्थानीय प्रतिनिधि डॉ जोर्ज लूना का कहना है, "युवा आबादी विशेष रूप से युवा लड़के, हर साल अधिक से अधिक धूम्रपान कर रहे हैं. यह बहुत गंभीर समस्या है."
इनमें से लगभग आधी आबादी 15 साल से कम उम्र की है और दिलचस्प है कि ये युवा आबादी ख़ासतौर पर पश्चिमी स्टाइल वाले सिगरेट की मांग करती है.
ये सिगरेट अक्सर पूरे पैकेट की जगह एक-एक की संख्या में बिकता है.
धुँआ ही धुँआ
लूना बताते हैं, "एक सिगरेट 10 सेंट में और यदि दो ख़रीदते हैं तो 20 सेंट में और यदि चार ख़रीदते हैं 25 सेंट में मिलेगा."
छोटे स्तर पर तंबाकू उत्पादन करने वाले किसानों की तंबाकू नामी ब्रांडों से सस्ती होती है जो अक्सर पड़ोसी देश इंडोनेशिया से आयात की जाती है.
पूर्वी तिमोर में आप कहीं भी धूम्रपान कर सकते हैं. बार, रेस्तरां, होटल की लॉबी और कैफ़े हमेशा धुएं से भरे रहते है.
एक भावुक धूम्रपान विरोधी के स्वामित्व वाला नया शॉपिंग मॉल अकेला अपवाद है जहाँ धूम्रपान करना मना है.
यहाँ तक कि प्रधानमंत्री शनाना गसमाओ भी बहुत धूम्रपान करने वाले व्यक्ति हैं.
वे गुरिल्ला लड़ाका रह चुके हैं. उनका कहना है कि सिगरेट उनको और उनके साथियों को सक्रिय रखता था जब वे इंडोनेशिया के ख़िलाफ़ झाड़ियों में छिप कर लड़ाई रहे थे और इसकी तुलना में इंडोनेशियाई गोली ज़्यादा ख़तरनाक थी.
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