इस्लामाबाद : पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह परवेज मुशर्रफ ने कहा है कि यदि वह राष्ट्रपति होते तो वह अमेरिका के साथ ‘इस हाथ दे और उस हाथ ले’ समझौते के तहत तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) प्रमुख मुल्ला फजलुल्लाह के बदले में सजायाफ्ता डाॅ शकील अफरीदी को रिहा कर देते.
शकील ही वह शख्स हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी ओसामा बिन लादेन का पता लगाने में अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए की मदद की थी. लादेन के दो मई, 2011 में पाकिस्तान के एबटाबाद में अमेरिकी सैनिकों की कार्रवाई में मारे जाने के बाद अफरीदी को गिरफ्तार कर लिया गया था. अमेरिका पाकिस्तान से अफरीदी को रिहा करने के लिए कह रहा है. ‘डाॅन’ की रिपोर्ट के अनुसार मुशर्रफ (74) ने वॉयस ऑफ अमेरिका को दिये एक साक्षात्कार में यह बात कही. जब उनसे पूछा गया यदि वह इस समय राष्ट्रपति होते तो क्या वह अफरीदी को रिहा कर देते, तो सेवानिवृत्त जनरल ने कहा,‘देखिये, हां एक समझौते के साथ.’ उन्होंने कहा, ‘इस हाथ ले और उस हाथ दे’ के समझौते के तहत. हां, निश्चित तौर पर इसे सुलझाया जा सकता है. मुझे नहीं लगता कि यह कोई इतना गंभीर मुद्दा है जो सुलझाया ना जा सके.’
अफरीदी पर पाकिस्तान की स्थिति का बचाव करते हुए मुशर्रफ ने कहा कि प्रत्येक देश को अपने हितों के अनुसार नीतियां बनानी पड़ती है. उन्होंने एक संभावना के रूप में यह भी संकेत दिया कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के प्रमुख फजलुल्लाह के बदले में अफरीदी को रिहा किया जा सकता है.