इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने गुरुवार को भारत से उकसाने वाले बयान जारी करने की बजाय द्विपक्षीय वार्ता बहाल करने के लिए कदम उठाने को कहा. विदेश कार्यालय प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह के एक बयान के बारे में पूछे जाने पर यह टिप्पणी की.
दरअसल, सिंह ने कहा था कि भारत पहले गोली नहीं चलायेगा, लेकिन यदि पाकिस्तान ऐसा करता है तो यह गोलियों की बौछार कर देगा. फैसल ने कहा कि भारत को वार्ता पर आगे बढ़ना चाहिए और उकसानेवाले बयानों से बचना चाहिए. हमारे सशस्त्र बल संयम रखते हैं, लेकिन क्षमतावान हैं और हमारी सरजमीं को किसी भी खतरे का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए मुस्तैद हैं. उन्होंने दावा किया कि भारत संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन कर रहा है और 2018 में अब तक संघर्ष विराम उल्लंघन की एक हजार से अधिक घटनाओं में 23 नागरिक मारे गये हैं तथा 100 अन्य घायल हुए हैं.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हाल ही में लंदन में संपन्न हुए राष्ट्रमंडल देशों के शासनाध्यक्षों की बैठक (चोगम) के दौरान दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच किसी तरह की मुलाकात या कोई औपचारिक बैठक होने की पुष्टि नहीं हुई है. उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि पाकिस्तानी सैनिक शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के तहत सैन्य अभ्यास का हिस्सा होंगे. फैसल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि दक्षिण और मध्य एशिया मामलों के लिए अमेरिकी उप सहायक विदेश मंत्री एलिस वेल्स इस हफ्ते की शुरुआत में इस्लामाबाद में थे और पाकिस्तान ने उन्हें कश्मीर के हालात के बारे में अवगत कराया था. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का रूस के साथ संबंध लगातार बेहतर हो रहा है.