अबूधाबी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को दो दिन के आधिकारिक दौरे पर यहां पहुंचे. इस दौरान वह खाड़ी देश के शीर्ष नेतृत्व से बातचीत करेंगे और राजनीतिक एवं आर्थिक संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के लिए करीब एक दर्जन समझौतों पर हस्ताक्षर के गवाह बनेंगे. तीन देशों के दौरे के दूसरे चरण में जाॅर्डन से यहां आये मोदी की हवाई अड्डे पर अबू धाबी के शहजादे मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और शाही परिवार के अन्य सदस्यों ने अगवानी की.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अबू धाबी, संयुक्त अरब अमीरात पहुंचे जहां उनका भव्य स्वागत हुआ. उनकी अबू धाबी के शहजादे तथा शाही परिवार के अन्य सदस्यों ने अगवानी की. यूएई विश्व के महत्वपूर्ण क्षेत्र में एक बहुमूल्य सहयोगी है.’ आगमन के तुरंत बाद प्रधानमंत्री मोदी अबू धाबी के शहजादे तथा यूएई सैन्य बलों के उप शीर्ष कमांडर मोहम्मद बिन जायद से मुलाकात के लिए राष्ट्रपति भवन के लिए रवाना हुए. मोहम्मद बिन जायद ने भी मोदी की यात्रा पर ट्वीट किया. यूएई के अपने दूसरे दौरे पर यहां पहुंचे मोदी को शाम को कई बैठकों में शामिल होना है और वह यूएई की राजधानी में भोज में भी शामिल होंगे.
प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत में अबू धाबी की कई इमारतों पर तिरंगे के रंग की बत्तियां जली हुई नजर आयीं. दोनों देशों के बीच करीब एक दर्जन समझौते और सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है. मोदी का रविवारको दुबई में भारतीय समुदाय को संबोधित करने का भी कार्यक्रम है. वह अबू धाबी में एक मंदिर के भूमि पूजन समारोह में भी शामिल होंगे. प्रधानमंत्री मोदी दुबई के विश्व सरकार सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे जहां भारत इस साल सम्मानित अतिथि है. यूएई से मोदी ओमान जायेंगे. शनिवार की रात में दुबई की ऐतिहासिक गगनचुंबी इमारत बुर्ज खलीफा भारतीय झंडे के रंगों में जगमगाती हुई नजर आयी. दुबई की रियल एस्टेट कंपनी एम्मार के प्रतिनिधि के हवाले से खलीज टाइम्स ने खबर दी, ‘बुर्ज खलीफा पर शनिवार की रात हर घंटे सवा सात बजे से सवा ग्यारह बजे तक भारतीय झंडा दिखाया जायेगा.’ मोदी अगस्त 2015 में भी यहां आयी थे. शनिवारकी शाम अबू धाबी और दुबई की चर्चित इमारतें भारतीय झंडे के रंगों में जगमगाती नजर आयी थीं.
मोदी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की राजधानी में प्रथम हिंदू मंदिर की आधारशिला रखे जाने के भी साक्षी बनेंगे. यूएई में भारत के राजदूत नवदीप सिंह सूरी ने कहा, ‘अबू धाबी में प्रथम हिंदू मंदिर 55000 वर्ग मीटर भूमि पर बनेगा और रविवार को होनेवाला इसका शिलान्यास ऐतिहासिक होगा.’ भारतीय प्रधानमंत्री समुदाय के कार्यक्रम के दौरान मंदिर की आधारशिला रखे जाने के साक्षी बनेंगे. सूरी ने कहा कि रविवार को आप शिलान्यास समारोह देखेंगे जो दुबई ओपेरा हाउस से होगा. यह परंपरा का प्रौद्योगिकी से मिलना है. उन्होंने बताया कि मोदी दुबई ओपेरा हाउस में भारतीय समुदाय के साथ एक बैठक करेंगे. इस मंदिर का निर्माण भारतीय शिल्पकार कर रहे हैं. यह 2020 में पूरा होगा. बोचासनवासी श्री अक्षर पुरषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) के प्रवक्ता ने बताया कि पश्चिम एशिया में पत्थरों से बना यह प्रथम हिंदू मंदिर होगा. ट्रस्ट के एक सदस्य ने खलीज टाइम्स को बताया कि यह दिल्ली में बने बीएपीएस मंदिर और न्यू जर्सी में बन रहे मंदिर की प्रतिकृति होगी.