विजयवाडा : भाजपा के साथ गठबंधन के निर्णय से तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) को सीमांध्र में नुकसान हो सकता है क्योंकि ऐसा प्रतीत होता है कि अल्पसंख्यक मतदाताओं का एक बडा समूह इस गठबंधन के बाद अन्य दलों को मत देने पर विचार कर रहा है. सीमांध्र इलाके में करीब 3.5 करोड़ मतदाता हैं जिनमें 12 प्रतिशत मुस्लिम मतदाताओं के अलावा करीब 10 प्रतिशत इसाई मतदाता हैं.
सभी राजनीतिक दलों के नेता इन मतदाताओं को लुभाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं क्योंकि उनके समर्थन से चुनाव परिणाम पर काफी असर पड़ सकता है. लेकिन भाजपा के साथ गठबंधन के कारण चंद्रबाबू नायडू नीत तेदेपा के लिए इस बार इन मतदाताओं को लुभा पाना आसान नहीं होगा.
जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के कडप्पा जिला अध्यक्ष हामिद हुसैन ने बताया कि यदि तेदेपा ने भाजपा के साथ गठबंधन नहीं किया होता तो सीमांध्र में चुनावी समीकरण अलग होते. आंध्र प्रदेश में लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव के लिए दो चरण में एक साथ चुनाव हो रहे हैं. तेलंगाना में 30 अप्रैल को मतदान हुआ था जबकि सीमांध्र में सात मई को मतदान होगा.