बरेली. उत्तर प्रदेश के बरेली में सियासी दलों ने नगर निकाय चुनाव के टिकट वितरण शुरू कर दिए हैं. यहां सबसे पहले कांग्रेस और सपा ने दावेदारों के टिकट फाइनल करने शुरू किए हैं. मगर, बरेली सपा में टिकट को लेकर काफी कलह मची है. यहां कई निवर्तमान पार्षदों के टिकट काट दिए गए हैं. इसमें से कई बार के पार्षद सय्यद रेहान अली ने समर्थकों के साथ सपा छोड़कर आईएमसी ज्वाइन कर ली है. जबकि शाकिर अली ने बसपा से टिकट ले लिया. इसके साथ ही कई अन्य लोग भी निर्दलीय और अन्य दलों से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. पार्टी के कुछ लोग टिकट वितरण का विरोध कर तमाम आरोप लगा रहे हैं. पार्टी के पुराने-पुराने और वरिष्ठ नेता पहले ही खफा हैं. वह मेयर का टिकट मिलने के बाद से मेयर प्रत्याशी संजीव सक्सेना से दूरी बनाए हुए हैं. उनके प्रचार के साथ ही कार्यक्रमों से भी दिखाई नहीं पड़ रहे हैं. इसको लेकर काफी चर्चाएं हैं.
सपा जिलाध्यक्ष पर नगर पालिका और नगर पंचायत के टिकट वितरण में रुपयों के लेनदेन के आरोप लग रहे हैं. यह शिकायत हाईकमान तक पहुंची हैं. टिकट वितरण में पैसों की वसूली को लेकर सपा जिलाध्यक्ष की कार के ड्राइवर दिनेश सिंह ने कैंट थाने में शराब के नशे में जिलाध्यक्ष शिव चरण कश्यप और उनके साथ मीरगंज विधानसभा के विधानसभा अध्यक्ष सुरेश गंगवार समेत चार लोगों पर शराब के नशे में मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया था. इस मामले में सपा जिलाध्यक्ष की तरफ से भी ड्राइवर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. उन्होंने टिकट के नाम पर ड्राइवर के दावेदारों से रुपए लेने का आरोप लगाया था. इसके साथ ही गाड़ी की पिछली डिग्गी में रखे सदस्यता शुल्क के 18000 रूपये चोरी करने का आरोप लगाकर क्रास मुकदमा कराया है.
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बरेली में सपा का टिकट मांगने वाले कई दावेदार थे. मगर, सपा ने संजीव सक्सेना को टिकट दिया है, लेकिन वह चुनाव सक्रियता से लड़ते नजर नहीं आ रहे हैं. हालांकि, उन्होंने दो दिन पूर्व नामांकन करा दिया है. मगर, उनके चुनाव कार्यालय पर न ही लोग नजर आ रहे हैं, ना ही वह चुनाव प्रचार में हैं. इसके साथ ही पार्टी के बड़े नेता भी उनसे दूरी बनाए हुए हैं.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली