Kanpur Violence: कानपुर में 3 जून को जुमे की नमाज़ के बाद हुई हिंसा के मामले में जांच के लिए गठित एसआईटी (SIT) ने बुधवार को बड़ी गिरफ्तारी को अंजाम दिया. पुलिस ने बाबा बिरियानी रेस्टोरेंट के मालिक मुख्तार बाबा को गिरफ्तार किया है. कर्नलगंज स्थित एसआईटी कार्यालय मुख्तार से पूछताछ की गई.
बता दें कि 3 जून को कानपुर में वीआईपी कार्यक्रम थे. इस दौरान जुमे की नमाज के बाद नई सड़क परेड में दो समुदायों के बीच मे पथराव हो गया था. जिसमें पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे. यह उपद्रव काफ़ी देर तक चला था. उपद्रव की वजह थी कि तत्कालीन भाजपा की प्रवक्ता नुपर शर्मा में मोहम्मद पैगम्बर को लेकर विवादित बयान दिया था. बयान को लेकर कानपुर में एमएमए जौहर फैन्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हयात जफर हाशमी द्वारा बाजार बंदी की घोषणा के बाद दुकानें बंद कराने का आह्वान किया था. हिंसा के दौराव नई सड़क स्थित चंद्रेश्वर हाता को निशाना बनाकर पथराव, गोलीबारी और बमबाजी को अंजाम दिया था. उपद्रव में सात लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे, जबकि 25 से अधिक लोग मामूली रूप से चोटिल हुए. पुलिस ने उपद्रव में मुख्य आरोपित हयात जफर हाशमी समेत 58 लोगों को गिरफ्तार कर अब तक जेल भेजा है.
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कानपुर हिंसा के मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी और उसके साथियों को पुलिस ने रिमांड में लिया था. रिमांड के दौरान हयात और उसके साथियों ने बाबा बिरियानी रेस्टोरेंट के मालिक मुख्तार बाबा और बिल्डर हाजी बसी द्वारा फंडिंग की जानकारी दी थी. इसके साथ उन दोनों की उपद्रव की रणनीति में भी संलिप्तता पाई गई थी. क्योंकि उनपर शत्रु संपत्ति व विवादित संपत्तियों को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा था. ऐसे में वो प्रशासन का ध्यान शत्रु संपत्ति मामले से भटकाना चाहते थे और उपद्रव की रणनीति में शामिल थे.
पुलिस जांच के दौरान सामने आया था कि चंद्रेश्वर हाता में रहने वाले छोड़कर चले जाएं ताकि यहां बहुमंजिला इमारत खड़ी करके आर्थिक लाभ लिया जा सके. इसके बाद पुलिस ने हाजी वसी और मुख्तार बाबा की तलाश शुरू की थी. वहीं एसआईटी ने बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार को गिरफ्तार कर लिया और पूछताछ की. पूरे मामले संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि मुख्तार बाबा के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं, पुलिस उन मुकदमों की डिटेल भी निकलवा रही है.
रिपोर्ट: आयुष तिवारी