Indian Railways News: कोडरमा-गया रेलखंड के गुरपा स्टेशन पर कोयला लोड मालगाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने के दूसरे दिन भी इस रेल लाइन पर ट्रेनों का परिचालन सामान्य नहीं हो सका. बुधवार सुबह करीब साढ़े छह बजे हुई घटना के बाद से रेल लाइन पर से वैगन, कोयला एवं अन्य मलबा को हटाने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है, पर गुरुवार शाम तक कार्य पूरा नहीं किया जा सका था. रेलवे अधिकारी अनौपचारिक रूप से शुक्रवार दोपहर बाद से रेल लाइन पर ट्रेनों का परिचालन सामान्य किए जाने की संभावना जता रहे हैं.
मौके पर पहुंचे महाप्रबंधक
इस बीच बुधवार की देर रात करीब 11 बजे हाजीपुर जोन के महाप्रबंधक अनुपम शर्मा घटनास्थल पर पहुंचे. जीएम वरीय अधिकारियों के साथ गुरुवार को भी घटनास्थल पर कैंप किए रहे. जीएम के साथ एजीएम तरुण प्रकाश, मुख्य संरक्षा अधिकारी शिव कुमार प्रसाद, धनबाद के डीआरएम आशीष बसंल व अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद थे. वरीय अधिकारियों की मौजूदगी में रेल कर्मी अप एवं डाउन लाइन को पूरी तरह क्लियर करने में लगे हैं. शाम में जीएम वापस हाजीपुर को रवाना हो गए.
रेल ट्रैक का किया जा रहा मरम्मत
जानकारी के अनुसार, कोयला लोड मालगाड़ी का घाट सेक्शन में ब्रेक फेल होने के बाद आनन-फानन में इसे डिरेल करने का निर्णय लिया गया. ट्रेन को गुरपा स्टेशन के लूप लाइन में डिरेल कराया गया, पर इसके 53 वैगन एक-दूसरे पर चढ़ते हुए इधर-उधर हो गए, तो इससे अप और डाउन दोनों लाइन पर भी कोयला एवं वैगन का मलबा चला गया. इस वजह से लूप लाइन तो क्षतिग्रस्त हुआ ही. अप और डाउन लाइन को भी भारी क्षति हुई. रेलवे का पहला प्रयास मुख्य लाइन को शुरू करने का है. प्रत्यक्षदर्शियों की मानें, तो हादसे के बाद कुछ जगहों पर तीन-चार फीट तक जमीन में गड्डा भी हो गया है, जिसे भरकर पटरियों को सही से बिछाने का काम भी साथ-साथ चल रहा है. इस वजह से देरी हो रही है.
अधिकारियों के साथ ही दिन-रात काम कर रहे 1500 कर्मी
घटना के बाद राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. वरीय अधिकारियों की मौजूदगी में करीब 1500 रेल कर्मी शिफ्ट वाइज दिन रात काम में लगे हैं. वेगन व पूरा मलबा हटाने के लिए अलग-अलग जगहों से तीन बड़ा क्रेन, छह जेसीबी को मंगाकर काम लिया जा रहा है. इसके अलावा अन्य मशीनें लगाई गई है.
पैंसेजर, ईएमयू व इंटरसिटी रही रद्द
घटना के बाद जहां पहले दिन ईएमयू और पैंसेजर सहित इंटरसिटी एक्सप्रेस का आंशिक समापन किया गया था. वहीं, गुरुवार को ये तीनों ट्रेन रद्द रही. ये ट्रेनें कोडरमा रेलखंड के लिए लाइफ लाइन मानी जाती है. लोक आस्था के महापर्व छठ के समय इस तरह की घटना होने एवं ट्रेनों को रद्द किए जाने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है. यही नहीं पटना-हटिया एक्सप्रेस, सियालदाह एक्सप्रेस सहित अन्य सभी ट्रेनों का रूट डायवर्ट रहा. रेलवे ने भुवनेशर नई दिल्ली, हावड़ा नई दिल्ली, सियालदाह नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस के साथ ही धनबाद फिरोजपुर,गंगा सतलज, गंगा दामोदर, हावड़ा कोलकाता मेल व अन्य कई ट्रेनों को परिवर्तित मार्ग से चलाया. इस वजह से रेल यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
कोडरमा स्टेशन पर दिन भर छाया रहा सन्नाटा
रेलवे ने कुछ यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया है, तो कई के रूट डायवर्ट किए जाने के बाद कोडरमा स्टेशन पर गुरुवार को दिन भर सन्नाटा छाया रहा. कोडरमा स्टेशन के विभिन्न प्लेटफार्म के अलावा टिकट काउंटर पर सन्नाटे का आलम रहा.
इन ट्रेनों का भी किया गया मार्ग परिवर्तित
– 27 अक्टूबर को कोलकाता से प्रस्थान करने वाली ट्रेन संख्या (13151) कोलकाता-जम्मूतवी एक्सप्रेस, ट्रेन संख्या (13167) कोलकाता-आगरा कैंट एक्सप्रेस का परिचालन परिवर्तित मार्ग आसनसोल-झाझा-पटना-पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन के रास्ते हुआ.
– 26 अक्टूबर को नई दिल्ली से प्रस्थान करने वाली ट्रेन संख्या (12802) नई दिल्ली-पुरी एक्सप्रेस, अमृतसर से प्रस्थान करने वाली ट्रेन संख्या (18104) अमृतसर-टाटा एक्सप्रेस और 27 अक्टूबर को हल्दिया से प्रस्थान करने वाली ट्रेन संख्या (12443) हल्दिया-आनंद विहार एक्सप्रेस का परिचालन परिवर्तित मार्ग वाया आसनसोल-झाझा-पटना-गया- पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन के रास्ते हुआ.
– 27 अक्टूबर को पूर्णिया कोर्ट से प्रस्थान करने वाली ट्रेन संख्या (18625) पूर्णिया कोर्ट-हटिया एक्सप्रेस का परिचालन परिवर्तित मार्ग वाया गया-डेहरी ऑन सोन-गढ़वा रोड-टोरी के रास्ते और रांची से 27 अक्टूबर को प्रस्थान करने वाली ट्रेन संख्या (12366) रांची-पटना एक्सप्रेस का परिचालन परिवर्तित मार्ग वाया टोरी-गढ़वा रोड-डेहरी ऑन सोन-गया के रास्ते हुआ.