प्रशासन ने इसकी जांच भी शुरू कर दी है. इस मामले में बीडीओ कृष्णचन्द्र दास ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है. दूसरी तरफ जब एसडीओ पुष्पकर राय से इस मामले को लेकर बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि पंचायत प्रधान के खिलाफ सरकारी धन की हेराफेरी की शिकायत दर्ज करायी गई है. हरिश्चन्द्रपुर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है.
इस बीच, पंचायत सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दौलतपुर ग्राम पंचायत के पंचायत में 12 परियोजनाओं के लिए कुल एक करोड़ रुपये आवंटित किये गये थे. इन पैसों को 100 दिन रोजगार योजना के तहत काम करा कर विकास योजनाओं पर खर्च करना था. सूत्रों ने बताया कि काम दिखाकर पैसे तो निकाल लिये गये, लेकिन असल में काम हुआ ही नहीं है. दिसंबर महीने में बेजपुरा में सड़क, मातिलाल गांव में सड़क के साथ ही कई अन्य स्थानों पर सड़क बनाने की बात कही गयी है और पैसे का भुगतान कर दिया गया है. वास्तविक स्थिति यह है कि इन तमाम स्थानों पर सड़क का निर्माण ही नहीं हुआ है. विरोधी दल की तृणमूल नेता बिजली सरकार ने इस बात की जानकारी प्रशासन को दी थी. उसके बाद ही ब्लॉक प्रशासन ने जांच शुरू कर दी. जांच में प्रथम दृश्या सरकारी पैसे की हेराफेरी के आरोप सभी पाये गये.
उसके बाद ही ब्लॉक प्रशासन के द्वारा हरिश्चन्द्रपुर थाने में शिकायत दर्ज करायी गई है. तृणमूल नेता बिजली सरकार ने कहा है कि सभी 12 परियोजनाओं में घपला हुआ है. काम हुआ नहीं और पैसे बांट लिये गये. प्रशासन से इसकी उचित जांच की मांग की गई है. दूसरी तरफ आरोपी पंचायत प्रधान श्रुति दास ने इन तमाम आरोपों को खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा है कि कई लोगों ने विभिन्न कार्यों के लिए दस्तावेजों पर उनसे हस्ताक्षर करवाये हैं. उन्हें अंधेरे में रखा गया. उन्होंने कोई घपला नहीं किया है. यह फंसाने की साजिश है. चांचल के एसडीपीओ सजल कांति विश्वास ने कहा है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. कानून के अनुसार ही कार्रवाई की जायेगी.