मिल बंद होने से तीन हजार श्रमिक बेकार हैं. वेतन नहीं मिलने की वजह से श्रमिकों के परिवारवालों को आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है. श्रमिक यूनियन ने आरोप लगाया कि कि राज्य श्रम दफ्तर ने भी मिल को खोलने के लिए अभी तक कोई विशेष प्रयास नहीं किया है.
उन्होंने भुखमरी की समस्या से जूझ रहे श्रमिकों के परिवार को हर महीने 1500 रूपये बेकारी भत्ता के तौर पर देने की मांग की. उन्होंने बैरकपुर के एसडीओ से मांग की कि राज्य सरकार हस्तक्षेप कर मिल को अविलंब खुलवाये. ज्ञापन सौंपने के दौरान मिल के इंटक नेता धर्मपाल गुप्ता और बीसीएमयू के नेता राम प्रसाद कुंडू उपस्थित थे. उन्होंने मिल अविलंब नहीं खोलने पर मिल की सभी श्रमिक यूनियनों की ओर से बड़ा आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है. उन्होंने बताया कि बैरकपुर के एसडीओ ने उनकी मांगों पर ध्यान देने का अशवासन दिया है. ज्ञापन सौंपने के दौरान बड़ी संख्या मेें मिल के श्रमिक मौजूद थे.