सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी से सटे भारत-बांग्लादेश सीमांत के फूलबाड़ी बोर्डर पर अचानक लगी भीषण अग्निकांड में सात घर खाक हो गये एवं चार घरों में आंशिक क्षति पहुुंची. हालांकि इस हादसे में किसी के हताहत होने की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन करोड़ों की संपत्ति नष्ट होने की खबर मिली है. सूचना मिलते ही सिलीगुड़ी अग्निशमन केन्द्र से चार एवं बीएसएफ से एक दमकल इंजन मौके पर पहुंची और घंटों कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया.
आग बुझाने के दौरान सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवानों ने तत्परता दिखायी. स्थानीय ग्रामीण युवकों के सहयोग से जवानों ने पीडि़त परिवारों का सहयोग किया और आग बुझाने में दमकल कर्मियों को भी मदद किया. खबर मिलते ही सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट के एडीसीपी (ईस्ट) भोलानाथ पांडेय, एसीपी पिनाकी मजूमदार व एनजेपी चौकी के पुलिस अधिकारी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे. इस भीषण अग्निकांड में स्थानीय ग्रामीण मोहम्मद सकीकुल, मोहम्मद रफीकुल, पिकोन दास, मोहम्मद जब्बार समेत सात लोगों का घर पूरी तरह खाक हो गया. इनके घरों का कुछ भी सामान नहीं बचा. वहीं स्थानीय ग्रामीण विलात दास के खुले जमीन में बांग्लादेश निर्यात हेतु रखे गये करीब डेढ़ सौ केमिकल्स भरे ड्राम भी नष्ट हो गये. विलात ने ड्राम रखने के लिए किसी को अपनी जमीन किराये पर दी थी. मोहम्मद रफीकुल ने बताया कि करीब साढ़े बारह बजे केमिकल्स भरे ड्रामों से अचानक आग की लपटें उठने लगीं और देखते ही देखते आग ने पूरे इलाके को अपने आगोश में ले लिया. आग लगने के दौरान केमिकल्स भरे ड्राम ट्रकों पर लोड भी किये जा रहे थे. उन्होंने सिलीगुड़ी अग्निशमन केन्द्र पर आरोप लगाते हुए कहा कि हाथों-हाथ खबर दिये जाने के बावजूद दमकल कर्मी करीब एक घंटे देरी से पहुंचे. उन्होंने बीएसएफ जवानों की तारीफ करते हुए कहा कि अगर जवान सहयोग नहीं करते तो यहां की स्थिति और विकराल रुप धारण कर लेती.
क्या कहते हैं एडीसीपी : एडीसीपी भोलानाथ पांडेय ने कहा कि केमिकल्स भरे ड्राम इस तरह खुले में रखना पूरी तरह गैर-कानूनी है. यह ड्रामे यहां किस लिए रखी गयी थी. इन ड्रामों का मालिक कौन है. इसकी विस्तृत जानकारी कस्टम्स से ली जायेगी. आग के कारणों की भी जांच पुलिस एवं दमकल विभाग करेगी.
दमकल अधिकारी का बयान ः सिलीगुड़ी अग्निशमन केन्द्र के अधिकारी अमल दास ने कहा कि आग के कारणों का गहन जांच किया जायेगा. लेकिन, ड्रामोें में भरे केमिकल्स इतने पावरफूल होते हैं कि इन्हें सही तरीके से नहीं रखा जाये तो अपने आप ही आग लगने की संभावना बढ़ जाती है. गहन जांच के बाद एफआइआर दर्ज करायी जायेगी. कस्टम्स के अधिक्षक क्लोड मिंज ने कहा कि केमिकल भरती ये ड्राम बांग्लादेश की एक फैक्ट्री में निर्यात के लिए रखा गया था. लेकिन इन ड्रामों को लापरवाही से नहीं रखा जाना चाहिए. यह पूरी तरह गैर-कानूनी है. लेकिन केमिकल्स भरे ड्राम पूरी तरह वैध हैं. इनका निर्यातक मोहम्म सलीम नामक एक व्यापारी है.