बर्नपुर: इस्को स्टील प्लांट (आईएसपी) परिसर में आयोजित रंगारंग कार्यक्रम में सोमवार को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के फायर सेफ्टी विंग ने कंपनी की फायर सेफ्टी सेवा का प्रभार ग्रहण किया. कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नरेंद्र कोठारी ने बल के उपमहानिरीक्षक अरुण कुमार को दायित्व सौंपा. समारोह में अधिशासी निदेशक (कार्मिक व प्रशासन) प्रदीप सहाय, अधिशासी निदेशक (एमएम) एसके गर्ग, महाप्रबंधक (सेफ्टी व इसीडी) आई गुहा तथा कई महाप्रबंधक व बल के अधिकारी उपस्थित थे. सेल की किसी भी यूनिट में पहली बार सीआईएसएफ की फायर यूनिट शुरू की गयी है.
इस संबंध में कंपनी और बल के अधिकारियों के बीच सहमति पत्र पर हस्ताक्षर हुये थे. इसके तहत फायर सेफ्टी सेवा बल के माध्यम से आउटसोर्सिग की गयी है. बल की बर्नपुर यूनिट के फायर विंग में बल के 107 कर्मियों को जोड़ा गया है. यह यूनिट कंपनी के आधुनिकीक रण प्लांट में रहेगी. इन कर्मियों ने पदास्थापन से पहले फायर सर्विस ट्रेनिंग इन्स्च्यूट (हैदराबाद) में कठिन प्रशिक्षण हासिल किया. इन्हें फायर नियंत्रण संबंधी आधुनिक तकनीकों से लैस किया गया है. इन्हें औद्योगिक आग से निपटने में महारत हासिल है.
समारोह को संबोधित करते हुये मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री कोठारी ने कहा कि नये प्लांट का मुख्य उद्देश्य सभी के लिए सुरक्षित व संरक्षित कार्य स्थिति उपलब्ध कराना है. उन्होंने कहा कि जीरो एक्सीडेंट प्लांट के निर्माण में बल की यूनिट की दक्षता का लाभ मिलेगा.
एचइसी (रांची) में लगी भीषण आग के बाद पूरे देश में विशेषज्ञ फायर फाइटिंग यूनिट की आवश्यकता महसूस की गयी थी. सीआईएसएफ में फायर विंग की स्थापना वर्ष 1970 में हुई तथा फर्टिलाइजर एंड केमिकल प्लांट (कोच्चि) में 53 कर्मियों की यूनिट पदास्थापित की गयी. इस समय बल के पास इस यूनिट में 6500 कर्मी शामिल हैं तथा यह देश की सबसे बड़ी एजेंसी है. इस समय पावर प्लांट, ऑयल रिफाइनरी, स्टील प्लांट तथा अन्य महत्वपूर्ण संस्थानों में इस यूनिट की तैनाती की गयी है. हल की इस यूनिट को गेलेन्टरी अवार्ड तथा राष्ट्रपति पुलिस मेडल मिल चुका है.